फिरोजाबादः जिले में समाजवादी पार्टी के नेता और फरिहा नगर पंचायत के निवर्तमान चेयरमैन अब्दुल हई की 6 पक्की दुकानों को जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करा दिया. प्रशासन को शिकायत मिली थी कि यह दुकानें सरकारी जमीन पर बनी हैं, जिसका मुकदमा भी तहसीलदार जसराना की कोर्ट में चला लेकिन जिलाधिकारी के मुताबिक, अब्दुल हई अपना कोई मजबूत पक्ष नहीं रख सके. इसीलिए मंगलवार को इन दुकानों को ध्वस्त करा दिया गया.
जिलाधिकारी रवि रंजन के मुताबिक, जनपद में चलाए जा रहे सरकारी जमीन को मुक्त कराए जाने के अभियान के क्रम में यह कार्यवाही हुई है. जिन दुकानों को आज ध्वस्त कराया गया है वह सरकारी तालाब की जमीन पर बनी थी. जिसे जसराना के एसडीएम के आदेश पर राजस्व विभाग और पुलिस द्वारा कब्जा मुक्त कराया है.
दरअसल, समाजवादी पार्टी के नेता और फरिहा नगर पंचायत के निवर्तमान चेयरमैन अब्दुल हई निवासी गंगनी दरबाजा फरिहा पर आरोप लगा था कि उन्होंने और उनके पिता हमीद खां ने थाना फरिहा के गाटा संख्या 1076 में 400 वर्ग मीटर में पक्की दुकानें का निर्माण करा लिया है. साथ ही पूरब दिशा में सब्जी मंडी का कचड़ा डालकर अवैध कब्जा कर लिया है. इसका मुकदमा भी जसराना के तहसीलदार के न्यायालय में चल रहा था. जिलाधिकारी रवि रंजन ने बताया की सुनवाई के दौरान आरोपियों को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका भी दिया गया, लेकिन जब वह तहसीलदार न्यायालय के सामने कोई सक्षम साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सके तो उन दुकानों के ध्वस्तीकरण कराते हुए तालाब की जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है.
हालांकि इस दौरान अब्दुल हई के परिजनों ने विरोध करने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस की सख्ती से वह कामयाब नहीं हो सके. जिस समय यह कार्यवाही की जा रही थी उस दौरान जसराना की के उप जिलाधिकारी पारसनाथ मौर्य, सीओ जसराना राजवीर सिंह, तहसीलदार पुष्पेंद्र कुमार, नायब तहसीलदार बृजेश कुमार, लेखपाल सुमित कुमार और देवेंद्र के अलावा थाना अध्यक्ष शिवभान सिंह थानाध्यक्ष एक अर्जेस कुमार के साथ-साथ अन्य पुलिस बल मौजूद रहा हालांकि अब्दुल हई ने अपने अपना पक्ष रखते हुए कहा यह जमीन उनकी है. प्रशासन ने उनके खिलाफ गलत की कार्रवाई की है.
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