फतेहपुर: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रहीं हैं. ग्रामीण महिलाएं सरकार के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की मदद से समूह बनाकर एलईडी बल्ब आदि को तैयाकर कर ऑनलाइन वेबसाइटों पर बेच रही हैं. इसके अलावा वह इसे स्थानीय बाजारों में भी बेच रही हैं.
जिले की तेलियानी ब्लॉक के देवरीमिचक गांव की महिलाओं ने मां लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह बनाया है. केद्र सरकार की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की मदद से महिलाएं कच्चा माल मंगाकर एलईडी बल्ब, झालर और ट्यूब लाइट आदि बनाकर उन्हें स्थानीय बाजारों के अलावा ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों पर बेच रहीं हैं.
सरकार ने बनवाई समूह के काम की डॉक्यूमेंट्री
अभी हाल ही में प्रदेश की योगी सरकार ने इनके कार्य की डॉक्यूमेंट्री भी बनवाई थी, जिससे प्रदेश के अन्य जिलों की महिलाएं इसे देखकर प्रेरणा लेकर आत्मनिर्भर बन सकें. समूह के द्वारा तैयार किए गए सामान की गुणवत्ता अच्छी होने के कारण इनका सामान सरकार द्वारा संचालित जेम पोर्टल पर सरकार ने बेचने का फैसला किया है. इसी के साथ जिले की महिलाएं प्रदेश की उन जिले की महिलाओं में शामिल हो जाएंगी, जिनके सामान की बिक्री सरकार के जेम पोर्टल पर होती है.
समूह से जुड़ने के बाद सुधरे हालात
मां लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह की सदस्य सतरूपा मिश्रा ने बताया कि समूह से जुड़ने का बाद आर्थिक हालात में सुधार हुआ है. उन्होंने बताया कि हम लोग बल्ब, झालर आदि बनाकर इसकी बिक्री आसपास के बाजारों की दुकानों में करते हैं. पहले केवल बल्ब बनाने का काम किया जाता था, लेकिन बाद में काम अच्छा चलने झालर बनाने का काम भी शुरू किया गया.
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लॉक मिशन प्रबंधक आलोक सिंह ने बताया कि पहले समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया. इसके बाद समूह की महिलाओं ने एलईडी बल्ब बनाना शुरू किया. इन्होंने बताया कि इसके लिए समूह को मिशन के तहत फंड भी दिया गया है. प्रबंधक ने बताया कि समूह जेम पोर्टल पर भी रजिस्टर्ड हो चुका है.