फतेहपुर: जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत भवन का घेराव करते हुए जमकर प्रदर्शन किया. टुल्लू से पानी न आने पर कुएं की सफाई करने के दौरान एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा कुएं पर किए अतिक्रमण और पानी न भरने देने को लेकर लोगों में आक्रोश दिखा. स्थानीय प्रशासन पर शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
बता दें की थाना क्षेत्र के गाजीपुर कस्बे में पिछले कुछ समय से टुल्लू और नलकूप खराब होने पर जब लोगों को पानी की दिक्कत हुई. इस पर उन्होंने मोहल्ले में बने 200 वर्ष पुराने कुएं से पानी निकालने का रुख किया. जिस पर पड़ोस में रहने वाले एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा अतिक्रमण व अवैध कब्जा किया गया था. इसको लेकर लोगों ने अतिक्रमण हटाने के लिए मना किया तो वह लोग झगड़ा-फसाद पर आमादा हो गए. लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की, लेकिन पुलिस पर कोई भी कार्रवाई न करने का आरोप है.
इससे परेशान लोगों ने 19 सितंबर, शनिवार को बड़ी संख्या में एकत्रित होकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. कस्बे स्थित ग्राम पंचायत भवन का घेराव करते हुए नारेबाजी की. इसके साथ ही कुएं से अतिक्रमण हटाकर उसकी मरम्मतीकरण की मांग की. बताते चलें कि एसडीएम सदर द्वारा हाल ही में कुएं के अतिक्रमण को हटाकर उसके मरम्मतीकरण के निर्देश भी दिए थे. इसके बावजूद अभी तक कोई ठोस कदम नही उठाए गए. हालांकि प्रदर्शन करने पर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर कुछ अतिक्रमण खाली करवाया गया.
पानी के लिए लगानी पड़ती है लाइन
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि हम लोग कुएं से पानी भरने जाते हैं तो विशेष समुदाय के लोगों द्वारा वहां पर अतिक्रमण किया गया है. अतिक्रमण हटाने को कहने पर वो लोग मारपीट पर आमादा हो जाते हैं. हम लोगों ने थाने में कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नही हुई. टुल्लू के दिनों से खराब है, नलकूप एक है, जिसमें बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो जाती है. 4-5 घंटे लाइन लगानी पड़ती है. हम लोगों ने कुएं की साफ सफाई करनी चाही तो इन लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया, ऊपर से वहां कुछ न करने की धमकी दी.
प्रदर्शन कर रहे धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि कुएं में अतिक्रमण कर हिन्दू धर्म की भावनाओं को ठेंस पहुंचाई जा रही है. जब लोग शादी-व्याह, या छेदन-मुंडन संस्कार में कुएं की पूजा करने जाते हैं तो उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. विशेष समुदाय के लोगों द्वारा वहां मांस आदि खाया जाता है और पूरी तरह अतिक्रमण किया गया है.ग्रामीणों का कहना है कि थाने में कई बार मामले की शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसलिए आज ये प्रदर्शन करना पड़ा.