फतेहपुर: जिले के जाफरगंज थाना क्षेत्र के मधियाखेड़ा गांव निवासी बुजुर्ग पंचा की मौत के मामले में परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. पुलिस के गांव पहुंचने पर परिवार वालों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आलाकत्ल बदलकर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है, जो कि सरासर गलत है. अंतिम संस्कार करने से मना करते हुए महिलाएं पुलिस की गाड़ी के सामने लेट गई और न्याय की गुहार लगाई. इस गंभीर आरोप ने पुलिस की विश्वसनीयता को कटघरे में खड़ा कर दिया है.
आपको बताते चलें कि जाफरगंज थाना क्षेत्र अन्तर्गत मधियाखेड़ा गांव निवासी 65 वर्षीय पंचा रविवार रात को पड़ोस के छोटेलाल के घर के पास लगे हैंडपम्प से पानी भरने गए थे. पानी भरते समय छोटेलाल आ गया और उसने पानी भरने से मना कर दिया, लेकिन पंचा पानी भरते रहे. इसके बाद छोटेलाल ने पंचा को थप्पड़ मार दिया. वृद्ध ने बचाव हेतु शोर मचाया, तो छोटेलाल ने अपने बेटे नवल किशोर, बहू पूजा व दूसरे बेटे अजय को बुला लिया. इसके बाद उन लोगों ने लाठी-डंडों से बुजुर्ग पर हमला कर दिया.
पुलिस ने साधी चुप्पी
पुलिस ने इस मामले में छोटेलाल, उसके बेटे व बहू समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या व मारपीट का मुकदमा दर्ज करते हुए दो को गिरफ्तार कर लिया था. आज यानी मंगलवार को मृतक पंचा के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना करते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. पुलिस पर आलाकत्ल बदलकर मामला हल्का करने के लिए गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आरोप है. हालांकि मामले में पुलिस अधिकारी अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं.