फतेहपुरः जिले में महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में अपना परचम लहराकर समाज के सामने एक उदाहरण पेश कर रही हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं 'स्वयं सहायता समूह' ग्रुप बनाकर कार्य करके परिवार का खर्च वहन कर रही हैं. इसी क्रम में 'आरपीएल' ब्रिज कोर्स के माध्यम से महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं. जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाने में मदद मिल रही है.
प्रशिक्षण लेकर महिलाएं हो रहीं आत्म निर्भर
फतेहपुर जिले में स्वयं सहायता समूह द्वारा महिलाओं के लिए सिलाई प्रशिक्षण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. स्वयं सहायता समूह द्वारा चलाया जा रहा प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरी तरह से निशुल्क है. इसके तहत जिले के 13 ब्लाकों में 900 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाना है. प्रशिक्षण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जा रहा है. प्रशिक्षण पा रही महिलाओं के एक ग्रुप में 50 महिलाओं को शामिल किया गया है.
प्रशिक्षित महिलाएं बनाती हैं स्कूल की यूनिफॉर्म
फतेहपुर जिले में स्वयं सहायता समूह द्नारा महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण निशुल्क दिया जा रहा है. प्रशिक्षण दे रही ट्रेनर दुर्गावती ने बताया कि 'आपीएल' ब्रिज कोर्स के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सरकार ने स्कूल ड्रेस बनाने का आर्डर दिया है. स्कूल ड्रेस में स्कर्ट, पैंट, शर्ट, सलवार, कुर्ता आदि जो भी स्कूल ड्रेस में लगेगा उन सभी को बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है.
'आरपीएल' ब्रिज योजना के अंतर्गत जिले के सभी ब्लाकों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सिलाई की ट्रेनिंग दी जा रही है. जो महिलाएं सिलाई का कुछ कार्य जानती है, लेकिन वो परफेक्ट नहीं हैं. ऐसी महिलाओं का चयन करके हम लोग उन्हें 10 दिन का प्रशिक्षण दे रहे हैं.
-आलोक सिंह, ब्लॉक मिशन मैनेजर