फतेहपुरः जिले के शहर कोतवाली अंतर्गत आने वाले जिला अस्पताल में एक रोगी की इलाज के दौरान मौत हो गई. इस पर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. किसी ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया.
जानकारी के अनुसार, कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव सनगांव निवासी शौकत अली के 45 वर्षीय पुत्र निसार अहमद की अचानक तबियत बिगड़ गई. आनन-फानन में परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.
मामला बढ़ता देख किसी ने इसकी सूचना स्थानीय थाना पुलिस को दी. सूचना पाकर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मुआयना करते हुए परिजनों को शांत करने में जुट गई. मृतक के भाई की मानें तो वह तबियत बिगड़ने पर अपने भाई को लेकर दोपहर 1:30 बजे जिला अस्पताल आया था. उस समय किसी काउंटर में डॉक्टर थे. किसी में नहीं थे. उसने आरोप लगाते हुए बताया कि जो डॉक्टर बैठे थे. उसमें फिजिशियन, सर्जन के पास तो सर्जन फिजिशियन के पास भेजता रहा. वह सीएमएस के कमरे पर गया तो वहां बैठे डॉक्टरों ने भी एक न सुनी और उसे अगले दिन आने के लिए बोलकर चलता कर दिया. बेबस होकर वह अपने घर लौट गया. शाम को पुनः तबियत बिगड़ी तो वह फिर उसे लेकर अस्पताल पहुंचा. यहां इमरजेंसी में दिखाया और थोड़ी हो देर में उसके भाई की मौत हो गई.
उपस्थित डॉक्टर रामप्रकाश ने बताया कि परिजन मरीज को लेकर उनके पास शाम को 5 बजकर 10 मिनट पर पहुंचे. उस समय उनकी हालत गंभीर थी. उन्हें कानपुर ले जाने के लिए कहा गया और एम्बुलेंस को फोन किया गया. तब तक अस्पताल में आवश्यक इलाज किया गया, लेकिन इसके पहले की एम्बुलेंस पहुंचती, मरीज की मौत हो गई.