फतेहपुर: खतरनाक महामारी कोविड-19 से भारत ही नहीं पूरा विश्व जंग लड़ रहा है. इसी क्रम में फतेहपुर में भी इस महामारी ने पैर फैलाने शुरू किए तो दिन पर दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती गई. कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़ी तो आम आदमी सहित प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई और कहीं न कहीं उनके दिमाग में भय ने स्थान बनाना शुरू कर दिया. प्रशासन व मेडिकल टीम ने हिम्मत नहीं हारी और डटकर मुकाबला किया. इस महामारी से बचाव के लिए हर संभव लोगों का मनोबल बढ़ाया.
80 प्रतिशत से अधिक लोग कोरोना को मात दे चुके
शायद इसी का नतीजा रहा कि जनपद में 80 प्रतिशत से अधिक लोग कोरोना को मात देकर अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौट आए. कोरोना से जान गवाने वाले लोगों की बात करें तो 2 प्रतिशत से भी कम लोग हैं. यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन व शासन सहित डॉक्टरों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर और अपनी मजबूत इच्छा शक्ति से बड़ी संख्या में फतेहपुरिया कोरोना को मात देने में सफल हैं.
प्रशासन का अभियान सफल
बता दें कि शुरुआत में जनपद में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से प्रशासन समेत आमजन में कोरोना का डर दिखा. ठीक होने वाले लोगों से उन्हें बल मिला और वह कोरोना को मात देने में सफल हो रहे हैं. हालांकि इसके लिए लगातार अधिकारियों द्वारा सावधानी बरतने के लिए आमजन के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया, ताकि लोग इससे डरे नहीं बल्कि मुकाबला करने के लिए तटस्थ हों. साथ ही नियमों के अनुपालन के साथ घरों से निकलें. कहीं न कहीं प्रशासन का यह अभियान जनपद में सफल होते दिखा.
1632 संक्रमित हुए स्वस्थ
कोरोना महामारी को लेकर जिला प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है. जनपद से भारी मात्रा में लोगों के सैंपल जांच हेतु भेजे जा रहे हैं. अभी तक जनपद से कुल 29,036 सैंपल भेजे जा चुके हैं. इनमें 27,284 लोगों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है. प्राप्त सभी जांच रिपोर्टों में अभी तक 2010 लोग पॉजिटिव मिल चुके हैं. इनमें से 1632 लोग कोरोना को मात देकर L-1 हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर जा चुके हैं. फिलहाल जिले में महज 116 एक्टिव केस बचे हैं, जबकि अभी तक जनपद में कुल 38 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.