फतेहपुर: शारदीय नवरात्र की उमंग शहर से लेकर गांव तक फैली हुई है. मन्दिरों से लेकर पंडालों तक मातारानी के जय जयकारों का उद्घोष हो रहा है. शहर में कई स्थानों पर भव्य पंडाल सजे हैं लेकिन इनकी सजावट में बीते वर्ष से कम चमक है. इनकी सजावट और लाइटिंग की भव्यता में कमी श्रद्धालुओं को निराश कर रही है. शहर में अपनी भव्यता के लिए चर्चित पटेल नगर चौराहे पर सजने वाली दुर्गा पूजा पंडाल की चमक इस बार फीकी फीकी दिख रही है. यहां आठ गेट सजते थे इस बार केवल पांच गेट सजे हैं.
कमेटी के अध्यक्ष सोनू यादव बताते हैं कि महंगाई की वजह से पूजा का खर्च अधिक हो गया है लेकिन चंदे में कमी आई है. यहां पूजा में 4 से 5 लाख खर्च होता है. इस बार चंदा 2 लाख तक ही एकत्रित हुआ. व्यापारियों के पास पैसे की कमी की हालत यह है कि यहां आठ गेट बनाए जाते हैं जिसपे विज्ञापन लगाया जाता है. लेकिन इस बार कोई विज्ञापन लगाने वाला नहीं मिल रहा है. किसी तरह पांच गेट के लिए लोग तैयार हुए.
बिजली की कटौती ने बढ़ाया खर्च
कमेटी के सदस्य चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव बताते हैं कि इस बार लोगों ने चंदा में कमी किया तो लगातार हो रही बारिश और बिजली की कटौती से पंडाल का खर्च बढ़ गया है. शाम को लाइट चली जाती है. ऐसे में जनरेटर में 70 से 80 हजार का तेल ही खर्च हो जाएगा. लाइट की कटौती और मंगाई को देखते हुए लाइट की सजावट में कमी की गई है इसके बाद भी बहुत खर्च आ रहा है.
कमेटी के सदस्य पंडाल के पास टूटे सड़क से फैली अव्यवस्था पर प्रशासन से खफा है. कमेटी के अध्यक्ष सोनू यादव ने बताया कि पंडाल के सामने सड़क में गड्ढे होने से जलभराव है. इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई तो सभी एक दूसरे पर टाल रहे हैं जबकि कुछ दिन पहले राज्यपाल के दौरे पर रातों रात गड्ढे भर दिए गए.