फतेहपुर: जनपद के जिला उद्योग का बड़ा मामला सामने आया है. जहां छोटे उद्योग लगाए जाने वाले प्लाॅट को मंत्री सहित कई नामी लोगों के नाम पर दर्ज किया गया है. जिले के प्रभारी मंत्री व प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान के 2 फर्म के 72 प्लाॅट आवंटित कर दिए गए हैं. जबकि आवंटित राशि 10 प्रतिशत भी जमा नहीं की गई है. इस शिकायत के बाद जिला उद्योग फतेपुर में हड़कंप मच गया है.
इस मामले पूरे मामले में लघु उद्योग भारती फतेहपुर के अध्यक्ष सतेंद्र सिंह ने लिखित शिकायत कानपुर उद्योग निदेशक से की है. जिसमें बताया है कि सभी आवंटन 2012-13 में हुए हैं. इन आवंटनों के एवज में चुकाई जाने वाली न्यूनतम 10 प्रतिशत रकम भी अब तक उद्योग विभाग के पास जमा नहीं की गई है. इसके अलावा न ही 72 प्लाॅटों में कोई इंडस्ट्रियल यूनिट लगाई गई है. वहीं, उद्योग विभाग के जीएम अंजनीश प्रताप सिंह ने बताया कि आवंटन की रकम अभी जमा नहीं की गई है. साथ ही ऐसे लोगों पर रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
लघु उद्योग भारती फतेहपुर के अध्यक्ष ने आयुक्त और निदेशक कानपुर को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि फतेहपुर में 8 इंडस्ट्रियल एरिया है. चकहता मिनी औद्योगिक क्षेत्र में कुल 36 प्लॉट हैं. जिसमें स्थापित उद्योग का नाम प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान बताया गया है. इनमें 32 अलॉट किए गए हैं. सभी 32 प्लॉट एक ही व्यक्ति राकेश सचान के नाम दर्ज हैं. इसी तरह मिनी औद्योगिक आस्थान सुधवापुर के 45 प्लॉटों में 40 आवंटित हैं, सभी प्लॉट राकेश सचान के नाम हैं. यहां उद्योग नहीं लगाए गए है. बताया जा रहा है कि इन प्लाॅटों पर कभी मौरंग डंप की गई तो कभी अस्थायी गौशाला बनाई गई है.
वहीं, इस मामले को लेकर कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने फोन से वार्ता के दौरान कहा कि उनके 2 फर्म के नाम जमीन आवंटित हुई थी. लेकिन वहां कोई उद्योग नहीं लग पाया है. जिसे वह रद्द करवाते हुए जरूरतमंदों को मुहैया करवा देंगे.
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