फतेहपुर: जिले में किसान दिन-रात खेतों की रखवाली कर रहे हैं. इसके बावजूद अन्ना जानवर खेत में लगी फसल खा (चर) जा रहे हैं. शाखा गांव के किसान खेत में मचान बनाकर सर्द भरी रात में भी खेत में सो रहे हैं, ताकि फसल बच जाए. वह बताते हैं कि वह दिन-रात खेत में ही रहते हैं. उनका खाना-पीना सब कुछ खेत में ही हो रहा है.
किसानों का कहना है कि अगर थोड़ी भी नींद लग जाती है तो गोवंश गेंहू चर ले जाते हैं. किसान बताते हैं कि वे कर्ज लेकर गेंहू की बुवाई किए थे, लेकिन अन्ना जानवर आधे से अधिक फसल चर गए. ऐसे में बाल-बच्चों का पालन कैसे करें? जिले में अन्ना जानवरों का आतंक इस कदर है कि अधिकांश किसान खेतों को कटीले तार से घेर दिए हैं. इसके बाद भी गोवंश खेतों में घुस कर फसल चर जा रहे हैं.
गोवंश चर जा रहे हैं फसल
अन्ना गोवंश की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि जिस खेत में प्रवेश कर रहे हैं, देखते ही देखते फसल को तबाह कर दे रहे हैं. किसान फसलों को बचाने के लिए जहां खेतों की रखवाली कर रहे हैं, वहीं अब गांवों के अंदर अस्थाई गौशाला बनाकर गोवंश को कैद कर रख रहे हैं, ताकि फसल बच जाए. किसानों की मांग है कि सरकार हर गांव में गौशाला का निर्माण करे, लेकिन यह असम्भव सा दिख रहा है.
किसानों की फसल गोवंश बर्बाद कर रहे हैं. इसे लेकर प्रशासन क्या कदम उठा रहा है? इस पर जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि जिले में 17 गौशाला संचालित हो रहे हैं. इन गौशाला में दो हजार गोवंश रखे गए हैं. इसके बाद भी कुछ गांवों में अन्ना जानवरों से किसान परेशान हैं. इन गांवों में गौशाला निर्माण के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है.
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