फतेहपुर: अंबाला में थल सेना में तैनात वीरेंद्र कुमार का चार अक्टूबर को आकस्मिक निधन हो गया था. इसकी सूचना सैन्य अधिकारियों ने उनके परिवार वालों को दी. सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया. सभी सैन्य कार्रवाई पूर्ण होने के उपरांत मंगलवार को शहीद का पार्थिव शरीर सैन्य अधिकारी लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचे.
शहीद वीरेंद्र कुमार का पार्थिव शरीर जाफरगंज थाना क्षेत्र स्थित उनके पैतृक गांव पूरेदान पहुंचा. इसके बाद शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का बड़ी संख्या में जमावड़ा लग गया. पूरा परिसर भारत माता के जयकारों से गूंज उठा. शहीद वीरेंद्र कुमार के अंतिम दर्शन के उपरांत पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
जानकारी के अनुसार, थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पूरेदान गांव निवासी वीरेंद्र कुमार थल सेना में तैनात थे. वर्तमान में उनकी तैनाती अंबाला में थी, जहां कुछ दिन पूर्व उनकी तबियत बिगड़ी. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन चार अक्टूबर को उनका आकस्मिक निधन हो गया. इसकी सूचना सैन्य अधिकारियों ने परिजनों को दी. घटना की सूचना धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में फैल गई. लोग शहीद के घर पहुंचकर उनके परिजनों को ढांढस बंधाते रहे.
लोगों ने नम आंखों से दी विदाई
पार्थिव शरीर आते ही पूरा परिसर भारत माता के जयकारों से गूंज उठा. उसके बाद अंतिम दर्शनों के लिए शव को थोड़े समय के लिए शहीद के घर पर रखा गया. इसके बाद सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस दौरान उपस्थित सभी लोगों की आंखे भारत मां के लाल के लिए नम दिखीं.