ETV Bharat / state

फोकट में चाय-समोसा न खिलाने पर दिव्यांग महिला की दुकान का कटा चालान - फतेहपुर की खबरें

फतेहपुर में पुलिसकर्मियों द्वारा दिव्यांग महिला की प्रताड़ित का मामला सामने आया है. पीड़ित महिला ने डीएम से न्याय की गुहार लगाई है. पीड़िता का आरोप है कि सिपाहियों को दुकान में फ्री में चाय-नाश्ता न कराने पर उनके खिलाफ मोटा चालान काट दिया गया.

Fatehpur news
Fatehpur news
author img

By

Published : Oct 4, 2020, 7:03 PM IST

फतेहपुर: पुलिसकर्मियों से प्रताड़ित दिव्यांग महिला न्याय की गुहार लगाने शनिवार को जिलाधिकारी की चौखट पर पहुंची. महिला का आरोप है कि उसकी चाय-नाश्ते की छोटी सी दुकान है, जहां पिकेट में तैनात सिपाही अक्सर फोकट में खाते-पीते हैं. एक दिन जब उसने सिपाहियों से पैसा मांग तो, सिपाहियों ने पैसे देने के बजाय उसकी दुकान का चालान काट दिया और चालान काटने का कारण भी नहीं बताया.

चाय-समोसे की दुकान चलाती है पीड़िता

थरियांव थाना क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले उसरैना गांव निवासी साधना का एक हाथ नहीं है. किसी पर बोझ बनने के बजाय आत्मनिर्भर बनने के लिए वह चाय समोसे की एक छोटी सी दुकान चलाती है. जहां पर कड़ी मेहनत कर वह अपना जीविकोपार्जन करती है.

कार्रवाई का मिला है आश्वासन

पीड़ित साधना का आरोप है कि थरियांव थाने के सिपाही अक्सर उनकी दुकान पर आते हैं और बिना पैसे दिए खाते-पीते हैं. जब एक दिन उसने पैसे मांगे तो सिपाही बिना पैसे दिए चले गए और दो दिन बाद बताया कि तुम्हारी दुकान का चालान कट गया है. सिपाहियों ने इसका कोई उचित कारण भी नही बताया. छोटी सी दुकान से वह किसी प्रकार अपना खर्च निकालती हैं, ऐसे में वह चालान का बोझ कैसे भरें. इसके लिए वह एक छोटे बच्चे के साथ जिला मुख्यालय पहुंची. यहां वह सीधे जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई.जहां पर उन्हें कार्रवाई का आश्वासन मिला.

ईटीवी भारत को थाने की तरफ से नहीं मिला कोई जवाब

ईटीवी भारत की टीम ने जब पुलिस का पक्ष जानना चाहा, तो थानाध्यक्ष थरियांव का फोन नही उठा और पुलिस अधिकारियों के ग्रुप में मैसेज करने पर उनकी तरफ से उसका कोई उत्तर नही दिया गया.

फतेहपुर: पुलिसकर्मियों से प्रताड़ित दिव्यांग महिला न्याय की गुहार लगाने शनिवार को जिलाधिकारी की चौखट पर पहुंची. महिला का आरोप है कि उसकी चाय-नाश्ते की छोटी सी दुकान है, जहां पिकेट में तैनात सिपाही अक्सर फोकट में खाते-पीते हैं. एक दिन जब उसने सिपाहियों से पैसा मांग तो, सिपाहियों ने पैसे देने के बजाय उसकी दुकान का चालान काट दिया और चालान काटने का कारण भी नहीं बताया.

चाय-समोसे की दुकान चलाती है पीड़िता

थरियांव थाना क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले उसरैना गांव निवासी साधना का एक हाथ नहीं है. किसी पर बोझ बनने के बजाय आत्मनिर्भर बनने के लिए वह चाय समोसे की एक छोटी सी दुकान चलाती है. जहां पर कड़ी मेहनत कर वह अपना जीविकोपार्जन करती है.

कार्रवाई का मिला है आश्वासन

पीड़ित साधना का आरोप है कि थरियांव थाने के सिपाही अक्सर उनकी दुकान पर आते हैं और बिना पैसे दिए खाते-पीते हैं. जब एक दिन उसने पैसे मांगे तो सिपाही बिना पैसे दिए चले गए और दो दिन बाद बताया कि तुम्हारी दुकान का चालान कट गया है. सिपाहियों ने इसका कोई उचित कारण भी नही बताया. छोटी सी दुकान से वह किसी प्रकार अपना खर्च निकालती हैं, ऐसे में वह चालान का बोझ कैसे भरें. इसके लिए वह एक छोटे बच्चे के साथ जिला मुख्यालय पहुंची. यहां वह सीधे जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई.जहां पर उन्हें कार्रवाई का आश्वासन मिला.

ईटीवी भारत को थाने की तरफ से नहीं मिला कोई जवाब

ईटीवी भारत की टीम ने जब पुलिस का पक्ष जानना चाहा, तो थानाध्यक्ष थरियांव का फोन नही उठा और पुलिस अधिकारियों के ग्रुप में मैसेज करने पर उनकी तरफ से उसका कोई उत्तर नही दिया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.