गोरखपुर: क्षेत्र में बारिश नहीं होने से सूखे और तबाही की स्थिति झेलने को मजबूर होने वाले लोग अब भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. जिले के चौरी-चौरा तहसील के महादेवा गांव में बरसों पुरानी एक परंपरा का निर्वाह करते हुए गांव के लोगों ने यहां स्थित शिव मंदिर के शिवलिंग को, मंदिर में पूरी तरह पानी से भर दिया है. यहां के पुजारियों का कहना है कि बरसों पहले भी जब बरसात नहीं हुई और लोग तबाह हुए तो उन्होंने भगवान शिव की आराधना की थी. उनके मंदिर की स्थापना की थी, जिसके बाद बारिश हुई थी.
गौरतलब है कि इसके बाद जब कभी भी लोगों ने बारिश का अभाव महसूस किया तो मंदिर में स्थापित शिवलिंग को पूरी तरह से पानी से भर दिया, जिसके बाद बारिश की उम्मीद पूरी हो जाती थी. एक बार फिर गांव के लोग एकत्रित होकर ऐसे ही पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बारिश की उम्मीद के लिए शिवलिंग को जल से भरने का काम किया है.
वहीं, दूसरी तरफ जिले के पिपराइच क्षेत्र में भी बारिश के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. महिला -पुरुष सभी एकत्रित होकर हवन पूजन के माध्यम से भगवान इंद्र को प्रसन्न करने में जहां जुटे हैं, वहीं महिलाएं धार कपूर चढ़ाकर बारिश की उम्मीद लगाए बैठी हुई हैं. शहर के कालीबाड़ी मंदिर में लोगों ने बारिश के लिए मेंढक और मेढ़की का विवाह भी संपन्न कराया है. इस तरह के जितने भी उपाय हो सकते हैं लोग बारिश के लिए कर रहे हैं. निश्चित रूप से यह उपाय इस बात को साबित कर रहे हैं लोग बारिश को लेकर कितने व्याकुल हो परेशान हैं. बावजूद इसके न जाने भगवान इंद्र और मानसून क्यों रुठे पड़े हैं.
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