ETV Bharat / state

टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लें संपन्न लोग, जल्द बदलेगी तस्वीर: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल - governor anandiben patel honored women

प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शुक्रवार से फर्रुखाबाद के दो दिवसीय दौरे पर हैं. आज उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र में आयोजित गर्भवती महिलाओं के गोद भराई कार्यक्रम में शामिल हुईं. साथ ही जिले में चमड़े से बनाई गई कुशन और कालकृतियों के बनाने की प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया.

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महिलाओं को सम्मानित किया
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महिलाओं को सम्मानित किया
author img

By

Published : Sep 4, 2021, 9:44 PM IST

फर्रुखाबाद: जिले में दो दिवसीय दौरे पर आईं प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कमालगंज विकासखंड के गांव बलीपुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में आयोजित गर्भवती महिलाओं के गोद भराई कार्यक्रम में शामिल हुईं. कार्यक्रम में संबोधन के दौरान उन्होंने संस्थाओं को उनकी सामाजिक जिम्मेदारी का भी बोध कराया. उन्होंने कहा कि यदि संस्थाएं समाज के कमजोर वर्गों के सहयोग में आगे आएं तो अमीर और गरीब के बीच की खाई पाटना आसान हो जाएगी.

एक अन्य कार्यक्रम में पहुंची राज्यपाल ने मिशन शक्ति में जिले की उन महिलाओं को सम्मानित किया, जिन्होंने समाज के लिए योगदान किया है. राज्यपाल ने जिले की महिला प्रधान सरोजनी देवी को शत प्रतिशत अपने ग्राम में टीकाकरण के लिए सम्मानित किया. साथ ही जिले की बहादुर बेटी अंजलि को भी सम्मानित किया और बेटियों को आगे बढ़ने की सलाह भी दी.

आंनदीबेन पटेल राज्यपाल उत्तर प्रदेश


इसे भी पढ़ें-पत्नी को था इस बात से एतराज... तो पति ने दिया तीन तलाक


तीसरे कार्यक्रम में राज्यपाल ने जिले में चमड़े से बनाई गई कुशन और कालकृतियों के बनाने की प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया. राज्यापल ने जिले में लेदर पर इस विशेष हुनर को देख काफी प्रभावित भी हुईं. उन्होंने कहा कि गुजरात में अपने मुख्यमंत्री और मंत्री रहते वह यह कर चुकी हैं. वहां उन्होंने कई बड़े निगमों को एक-एक जनपद को गोद लेकर वहां के आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार किया था. यहां राज्यपाल रहते उन्होंने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालय को आगे आकर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का एहसास करने का आह्वान किया. पहला प्रयोग लखनऊ में अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत लखनऊ के 26 महाविद्यालयों के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर वहां की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने में सहयोग करना शुरू किया तो इसके परिणाम अच्छे मिले.

आंनदीबेन पटेल राज्यपाल चमड़े की कारीगरी देखी.
आंनदीबेन पटेल राज्यपाल चमड़े की कारीगरी देखी.

इसे भी पढ़ें-यूपी में टूरिज्म की असीम संभावनाएं, अयोध्या-काशी पर है विशेष फोकस: मुकेश मेश्राम


राज्यापल ने कहा कि इसी प्रकार गांव के प्रधान और खाते पीते लोग आंगनबाड़ी केंद्रों के कुपोषित और टीबी रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेकर अपनी जिम्मेदारी निभा सकते हैं. एक गांव में मुश्किल से ऐसे दो-चार बच्चे ही निकलेंगे. केवल चार-छह महीने के अच्छे और पौष्टिक भोजन से ही वह कुपोषण और टीबी से मुक्त हो सकते हैं. राज्यपाल ने मंच से कहा हमें स्वीकार करना पड़ेगा कि अभी भी सरकार की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों को भेजा जाने वाला पुष्टाहार वास्तव में कुपोषित बच्चों के गले के नीचे तक नहीं पहुंचता है. हमें इस व्यवस्था में सुधार करना ही पड़ेगा और यह आप सब के जन सहयोग से ही संभव है. इस अवसर पर उन्होंने कई शैक्षिक संस्थानों की ओर से जनपद के 20 आंगनबाड़ी केंद्रों को सामान वितरित कराया.

राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने महिलाओं को सम्मानित किया
राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने महिलाओं को सम्मानित किया

फर्रुखाबाद: जिले में दो दिवसीय दौरे पर आईं प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कमालगंज विकासखंड के गांव बलीपुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में आयोजित गर्भवती महिलाओं के गोद भराई कार्यक्रम में शामिल हुईं. कार्यक्रम में संबोधन के दौरान उन्होंने संस्थाओं को उनकी सामाजिक जिम्मेदारी का भी बोध कराया. उन्होंने कहा कि यदि संस्थाएं समाज के कमजोर वर्गों के सहयोग में आगे आएं तो अमीर और गरीब के बीच की खाई पाटना आसान हो जाएगी.

एक अन्य कार्यक्रम में पहुंची राज्यपाल ने मिशन शक्ति में जिले की उन महिलाओं को सम्मानित किया, जिन्होंने समाज के लिए योगदान किया है. राज्यपाल ने जिले की महिला प्रधान सरोजनी देवी को शत प्रतिशत अपने ग्राम में टीकाकरण के लिए सम्मानित किया. साथ ही जिले की बहादुर बेटी अंजलि को भी सम्मानित किया और बेटियों को आगे बढ़ने की सलाह भी दी.

आंनदीबेन पटेल राज्यपाल उत्तर प्रदेश


इसे भी पढ़ें-पत्नी को था इस बात से एतराज... तो पति ने दिया तीन तलाक


तीसरे कार्यक्रम में राज्यपाल ने जिले में चमड़े से बनाई गई कुशन और कालकृतियों के बनाने की प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया. राज्यापल ने जिले में लेदर पर इस विशेष हुनर को देख काफी प्रभावित भी हुईं. उन्होंने कहा कि गुजरात में अपने मुख्यमंत्री और मंत्री रहते वह यह कर चुकी हैं. वहां उन्होंने कई बड़े निगमों को एक-एक जनपद को गोद लेकर वहां के आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार किया था. यहां राज्यपाल रहते उन्होंने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालय को आगे आकर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का एहसास करने का आह्वान किया. पहला प्रयोग लखनऊ में अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत लखनऊ के 26 महाविद्यालयों के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर वहां की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने में सहयोग करना शुरू किया तो इसके परिणाम अच्छे मिले.

आंनदीबेन पटेल राज्यपाल चमड़े की कारीगरी देखी.
आंनदीबेन पटेल राज्यपाल चमड़े की कारीगरी देखी.

इसे भी पढ़ें-यूपी में टूरिज्म की असीम संभावनाएं, अयोध्या-काशी पर है विशेष फोकस: मुकेश मेश्राम


राज्यापल ने कहा कि इसी प्रकार गांव के प्रधान और खाते पीते लोग आंगनबाड़ी केंद्रों के कुपोषित और टीबी रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेकर अपनी जिम्मेदारी निभा सकते हैं. एक गांव में मुश्किल से ऐसे दो-चार बच्चे ही निकलेंगे. केवल चार-छह महीने के अच्छे और पौष्टिक भोजन से ही वह कुपोषण और टीबी से मुक्त हो सकते हैं. राज्यपाल ने मंच से कहा हमें स्वीकार करना पड़ेगा कि अभी भी सरकार की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों को भेजा जाने वाला पुष्टाहार वास्तव में कुपोषित बच्चों के गले के नीचे तक नहीं पहुंचता है. हमें इस व्यवस्था में सुधार करना ही पड़ेगा और यह आप सब के जन सहयोग से ही संभव है. इस अवसर पर उन्होंने कई शैक्षिक संस्थानों की ओर से जनपद के 20 आंगनबाड़ी केंद्रों को सामान वितरित कराया.

राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने महिलाओं को सम्मानित किया
राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने महिलाओं को सम्मानित किया
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.