फर्रुखाबाद: अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षक भर्ती प्रकरण के खुलासे के बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की कई शिक्षिकाओं ने दीक्षा एप पर ऑनलाइन प्रशिक्षण से दूरी बना ली है. दरअसल दीक्षा एप लॉग इन करने के लिए शिक्षिकाओं को आधारकार्ड नंबर डालना होता है. अब कहा जा रहा है कि कई शिक्षिकाओं के आधार कार्ड में गड़बड़ी है. इस वजह से अधिकांश शिक्षिकाएं दीक्षा एप डाउनलोड करने से बच रही हैं.
आधार कार्ड नंबर डालना अनिवार्य
फर्रुखाबाद जनपद के ब्लॉक राजेपुर, कमालगंज, नवाबगंज, शमसाबाद और कायमगंज में कस्तूरबा विद्यालय हैं. राज्य परियोजना निदेशक ने करीब तीन माह पहले आदेश दिए थे कि कस्तूरबा विद्यालयों की शिक्षिकाएं दीक्षा एप डाउनलोड कर ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करें. मगर इसके लिए आधार कार्ड नंबर डालना अनिवार्य है.
14 शिक्षिकाओं ने ही डाउनलोड किया दीक्षा एप
बता दें कि लॉकडाउन में दीक्षा एप के माध्यम से शिक्षिकाओं को बच्चों को पढ़ाना है, लेकिन ज्यादातर शिक्षिकाओं ने अब तक दीक्षा एप डाउनलोड ही नहीं किया है. कहीं न कहीं फर्जीवाड़ा खुलने के डर से शिक्षिकाएं पंजीकरण ही नहीं करा रही हैं. अभी तक 40 में सिर्फ 14 शिक्षिकाओं ने ही दीक्षा एप डाउनलोड किया है.
प्रशिक्षण न लेने वालीं शिक्षिकाओं के भेजे गए नाम
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा नागेंद्र सिंह ने बताया कि 26 शिक्षिकाओं ने दीक्षा एप डाउनलोड कराने के लिए पंजीकरण नहीं कराया है. सिर्फ 14 शिक्षिकाएं दीक्षा एप पर ऑनलाइन प्रशिक्षण ले रही हैं. प्रशिक्षण न लेने वालीं 26 शिक्षिकाओं की लिस्ट बनाई गई है. इनके नाम राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय लखनऊ भेजे जा चुके हैं. जांच के लिए उनके आधार कार्ड नंबर भी उपलब्ध करा दिए हैं.