फर्रुखाबाद: जिले में शैक्षिक अभिलेख और पेन कार्ड फर्जी पाए जाने पर शिक्षिका को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नोटिस जारी करते हुए अपना पक्ष रखने को बुलाया था. इसके लिए उसको चार बार नोटिस भेजा गया. चौथी बार 19 जुलाई को भी वह नहीं आई. वहीं, राम तीरथ व्यक्ति के नाम के पत्र के माध्यम से विभाग को उसकी मौत हो जाने की सूचना दी गई. उधर, शिक्षिका ने पक्ष के माध्यम से जीवित होने की जानकारी दी. इस मामले में बीएसए ने बताया कि इस प्रकरण में शिक्षिका को 31 जुलाई तक का मौका दिया गया है.
फर्जी शैक्षिक अभिलेख और पेन कार्ड दस्तावेजों की जांच में नवाबगंज ब्लॉक नया गनीपुर में तैनात शिक्षिका सुमन का पेन कार्ड आगरा निवासी से मिला था. जब इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी ललित मोहन पाल ब्लॉक नवाबगंज ने की तो रिपोर्ट में शैक्षिक प्रमाण पत्र भी फर्जी बताए गए. इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका को नोटिस जारी करते हुए अपना पक्ष रखने को बुलाया था. कई बार जब नोटिस के बाद भी उसका जवाब नहीं मिला को विभाग ने 19 जुलाई को फिर नोटिस जारी किया. फिर भी वह नहीं आई. वहीं, एक पत्र के माध्यम से उसकी मौत हो जाने की सूचना दी गई. इसके बाद शिक्षिका ने रजिस्ट्री कर जीवित होने की बात कही.
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बीएसए लालजी यादव ने बताया कि शिक्षिका को चार नोटिस जारी किए गए थे. वह नहीं आई. उसको अंतिम मौका 31 जुलाई तक का दिया गया है. उन्होंने बताया कि राम तीरथ व्यक्ति के नाम से पत्र के माध्यम से विभाग को उसकी मौत हो जाने की सूचना दी गई. वहीं, शिक्षका सुमन द्वारा जीवित होने की बात पत्र के माध्यम से विभाग को भेजी गई. उन्होंने कहा कि आगे की वैधानिक कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी.