फर्रूखाबाद: जिले में कोतवाली पुलिस ने सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं इनका एक साथी मौक से फरार हो गया. पुलिस ने इनके पास से नकदी, कार और कई दस्तावेज बरामद किए हैं.
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइन तिराहा तिर्वा कोठी के रहने वाले जण्डैल सिंह ने फतेहगढ़ कोतवाली में 9 नवम्बर को लिखित सूचना मिली. पुलिस को बताया गया कि 4-5 व्यक्तियों ने खुद को फतेहगढ़ में होने वाली सेना भर्ती का ऑफिसर बताकर जण्डैल सिंह के रिश्तेदारों को सेना में भर्ती कराने की बात कही. एक व्यक्ति को भर्ती कराने के लिए उन्होंने 8-8 लाख रुपये की मांग की. साथ ही दस्तावेज तैयार कराने के नाम पर 10-10 हजार रुपये लिये गए हैं.
वहीं सेना की भर्ती में सेंध लगाने की कोशिश को नाकाम करने के लिये फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस, एसओजी की टीम गठित की गई. मंगलवार को मुखबिर के जरिये सूचना मिली कि फतेहगढ़ कोतवाली के अम्बेडकर तिराहे के आगे बेरोजगार युवकों की नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह के कुछ सदस्य एकत्र हैं. इसके बाद पुलिस ने नाकेबंदी करके अन्तर्राज्जीय गिरोह के भागेश निवासी शाहगंज (आगरा), अजीत उर्फ लक्की, रोहित उर्फ गुड्डू निवासी सैफऊ (हाथरस), थान सिंह निवासी मयूर विहार (दिल्ली) मूलनिवासी भरतपुर (राजस्थान), अक्षय कुमार निवासी सहादरा (दिल्ली) और मदन सिंह राजपूत निवासी फतेहगढ़ (फर्रूखाबाद) को गिरफ्तार किया. इनका साथी मलिखान सिंह उर्फ तोपखाना पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया.
पुलिस ने नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के पकड़े गए इन 6 सदस्यों के पास से एक लैपटॉप, 7 मोबाइल, फर्जी नियुक्ति पत्र, प्रवेश पत्र व अन्य दस्तावेज, 13570 नकदी और कार बरामद किया है. इसके अलावा गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि अभियुक्त थानसिंह भर्ती के नाम पर ठगी करने के एक मुकदमा में तिहाड़ जेल में बन्द था, जो कोरोना काल के कारण 16 अप्रैल 2020 को पैरोल पर आया था.