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प्राथमिक विद्यालय के टीचर की इलाज के अभाव में मौत

फर्रुखाबाद में डॉक्टरों की लापरवाही से एक स्कूल शिक्षक की मौत हो गई. सांस लेने में तकलीफ होने के बाद परिजन शिक्षक को लेकर सीएचसी पहुंचे थे. आरोप है कि, सीएचसी में मौजूद डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती जिसकी वजह से शिक्षक की मौत हो गई.

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Published : Apr 21, 2021, 11:08 AM IST

टीचर की इलाज के अभाव में मौत
टीचर की इलाज के अभाव में मौत

फर्रुखाबाद: जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते प्राथमिक विद्यालय के टीचर की इलाज के अभाव में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि, शिक्षक को सांस लेने में तकलीफ थी, जिसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए सीएचसी लेकर आये थे. लेकिन, सीएससी में डॉक्टरों ने मरीज को छूने से इनकार कर दिया. डॉक्टरों ने पीड़ित शिक्षक को ना ही आक्सीजन दी, न ही इलाज के नाम पर उसको कोई दवा मुहैया कराई. जिसके बाद शिक्षक ने सीएचसी में ही तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया.

इसे भी पढ़ें : सपा नेता समेत परिवार के 6 शस्त्र लाइसेंस निरस्त

डॉक्टरों ने नहीं सुनी परिजनों की गुहार
‌शमशाबाद थाना क्षेत्र के मोहल्ला दलमीर खां निवासी अनिल कुमार पुत्र रामअवतार जो कि सीतापुर जिले के गेंदलामऊ ब्लॉक के नगला जयराम में प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक पद पर तैनात हैं. रविवार को अपने घर आए थे. जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ती गई. जिसके बाद परिजन उन्हें लेकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद पहुंचे. शिक्षक के परिजनों का आरोप है कि, बार-बार गिड़गिड़ाने के बाद भी सीएचसी में मौजूद किसी भी डॉक्टर ने उनकी एक नहीं सुनीं.


इलाज में लापरवाही का आरोप

मृतक के भाई ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि, मेरे भाई को समय से ऑक्सीजन और इलाज मिल जाता तो उसकी की मौत नहीं होती. CHC के डॉक्टर और कर्मचारियों ने उनको छुआ तक नहीं ना ही किसी प्रकार इलाज दिया.

पुलिस कर रही मामले की जांच
सीएमओ वंदना सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. उसकी जांच करा कर जो भी दोषी होगा उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

फर्रुखाबाद: जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते प्राथमिक विद्यालय के टीचर की इलाज के अभाव में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि, शिक्षक को सांस लेने में तकलीफ थी, जिसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए सीएचसी लेकर आये थे. लेकिन, सीएससी में डॉक्टरों ने मरीज को छूने से इनकार कर दिया. डॉक्टरों ने पीड़ित शिक्षक को ना ही आक्सीजन दी, न ही इलाज के नाम पर उसको कोई दवा मुहैया कराई. जिसके बाद शिक्षक ने सीएचसी में ही तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया.

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डॉक्टरों ने नहीं सुनी परिजनों की गुहार
‌शमशाबाद थाना क्षेत्र के मोहल्ला दलमीर खां निवासी अनिल कुमार पुत्र रामअवतार जो कि सीतापुर जिले के गेंदलामऊ ब्लॉक के नगला जयराम में प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक पद पर तैनात हैं. रविवार को अपने घर आए थे. जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ती गई. जिसके बाद परिजन उन्हें लेकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद पहुंचे. शिक्षक के परिजनों का आरोप है कि, बार-बार गिड़गिड़ाने के बाद भी सीएचसी में मौजूद किसी भी डॉक्टर ने उनकी एक नहीं सुनीं.


इलाज में लापरवाही का आरोप

मृतक के भाई ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि, मेरे भाई को समय से ऑक्सीजन और इलाज मिल जाता तो उसकी की मौत नहीं होती. CHC के डॉक्टर और कर्मचारियों ने उनको छुआ तक नहीं ना ही किसी प्रकार इलाज दिया.

पुलिस कर रही मामले की जांच
सीएमओ वंदना सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. उसकी जांच करा कर जो भी दोषी होगा उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

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