फर्रुखाबाद: जिले में शासन के आदेश पर 1 से 31 अक्टूबर तक ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में संचारी रोग अभियान चलाया जा रहा है. शहर में नगर पालिका परिषद में एक माह का रोस्टर तैयार किया था, जिसके तहत दो भागों में अभियान चलाना था. इसमें सफाई के साथ पेयजल, बिजली व्यवस्था भी दुरुस्त की जानी थी, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. लोगों ने अपना रोष प्रकट करते हुए बताया कि यहां बस अड्डे के पास स्थित तालाब के पास सफाई को लेकर बड़ी अव्यवस्था है. कई बार नगर पालिका में वह इसके लिए शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
इसके अलावा प्रीतम नगला, राजन नगला, संत गाडगे कॉलोनी, आंबेडकर नगर जैसे शहरी क्षेत्रों के मोहल्लों में भी गंदगी का अंबार है. जहां नगर पालिका का कहना है कि नालों की सफाई निरंतर की जा रही है. लेकिन नगर पालिका के अधिकारियों के दावे जमीनी हकीकत से कोसों दूर है. साफ-सफाई को लेकर जब स्थानीय लोगों से बातचीत की गई तो लोगों ने नालों की सफाई में खर्च होने वाले पैसों को लेकर नगर पालिका के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. आरोप है कि नगर पालिका केवल कागजों पर सफाई करा रही है, हकीकत कुछ और ही है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी साफ-सफाई नहीं रहती जबकि सभी ग्राम पंचायतों में दो-तीन सफाई कर्मी नियुक्त हैं.
हम लगातार हर विभाग की बैठकें कर रहे हैं, जिसमें सभी अधिकारियों कर्मचारियों को साफ-सफाई दुरुस्त करने के निर्देश दिए जाते हैं. पहले से नगरपालिका की व्यवस्था में सुधार आया है. फिर भी जहां शिकायत आती है तो उसे तुरंत संज्ञान में लाकर कार्रवाई की जाती है.
-मानवेंद्र सिंह,डीएम