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पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में जीवा को हुई थी उम्रकैद, पढ़िए डिटेल - संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड

पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की 10 फरवरी 1997 को हत्या कर दी गई थी. मामले में जीवा के साथ पूर्व विधायक विजय सिंह को सीबीआई कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.

सुधांशु दत्त द्विवेदी ने जीवा की हत्या पर संतोष जताया है.
सुधांशु दत्त द्विवेदी ने जीवा की हत्या पर संतोष जताया है.
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Published : Jun 8, 2023, 8:14 PM IST

सुधांशु दत्त द्विवेदी ने जीवा की हत्या पर संतोष जताया है.

फर्रुखाबाद : जिले के पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा लखनऊ में मारा गया. संजीव महेश्वरी को पूर्व विधायक विजय सिंह के साथ सीबीआई कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. विजय सिंह इन दिनों बांदा जेल में है. ब्रह्मदत्त द्विवेदी के भतीजे सुधांशु दत्त द्विवेदी ने जीवा की मौत पर खुशी जताई. कहा कि उसके साथ जो हुआ ठीक हुआ, ऐसा ही उसके साथ होना भी चाहिए था.

सुधांशु द्विवेदी ने बताया कि जनपद में 10 फरवरी 1997 की रात को फर्रुखाबाद में उस समय भाजपा कद्दावर नेता और पूर्व ऊर्जा मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी किसी कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे. इस दौरान उन पर हमला हो गया. इसमें उनकी मौत हो गई थी. गोली लगने से ब्रह्मदत्त द्विवेदी के अंगरक्षक की भी मौत हो गई थी.

सीबीआई विवेचना में पता चला कि जीवा और उसके साथी घटना के कुछ दिन पहले ही फर्रुखाबाद आ गए थे. ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में पूर्व विधायक विजय सिंह और जीवा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. जबकि अन्य आरोपीत बरी हो गए थे. विजय सिंह बांदा जेल में बंद है. जीवा की मौत की जानकारी मिलने घटना के पूर्व सभासद व स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी के भतीजे सुधांशु दत्त द्विवेदी ने संतोष जताया. कहा कि जो भी हुआ सही हुआ, ऐसा ही होना भी चाहिए था. कहा कि यूपी की भाजपा सरकार में अपराधियों का लगातार सफाया हो रहा है.

यह भी पढ़ें : दहेज हत्या मामले में पति और ससुर को 7-7 साल कारावास

सुधांशु दत्त द्विवेदी ने जीवा की हत्या पर संतोष जताया है.

फर्रुखाबाद : जिले के पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा लखनऊ में मारा गया. संजीव महेश्वरी को पूर्व विधायक विजय सिंह के साथ सीबीआई कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. विजय सिंह इन दिनों बांदा जेल में है. ब्रह्मदत्त द्विवेदी के भतीजे सुधांशु दत्त द्विवेदी ने जीवा की मौत पर खुशी जताई. कहा कि उसके साथ जो हुआ ठीक हुआ, ऐसा ही उसके साथ होना भी चाहिए था.

सुधांशु द्विवेदी ने बताया कि जनपद में 10 फरवरी 1997 की रात को फर्रुखाबाद में उस समय भाजपा कद्दावर नेता और पूर्व ऊर्जा मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी किसी कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे. इस दौरान उन पर हमला हो गया. इसमें उनकी मौत हो गई थी. गोली लगने से ब्रह्मदत्त द्विवेदी के अंगरक्षक की भी मौत हो गई थी.

सीबीआई विवेचना में पता चला कि जीवा और उसके साथी घटना के कुछ दिन पहले ही फर्रुखाबाद आ गए थे. ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में पूर्व विधायक विजय सिंह और जीवा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. जबकि अन्य आरोपीत बरी हो गए थे. विजय सिंह बांदा जेल में बंद है. जीवा की मौत की जानकारी मिलने घटना के पूर्व सभासद व स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी के भतीजे सुधांशु दत्त द्विवेदी ने संतोष जताया. कहा कि जो भी हुआ सही हुआ, ऐसा ही होना भी चाहिए था. कहा कि यूपी की भाजपा सरकार में अपराधियों का लगातार सफाया हो रहा है.

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