फर्रुखाबाद: जिले में मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर कंपिल थाना क्षेत्र के बिल्हा गांव में कुछ ग्रामीणों ने भाजपा मंडल अध्यक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर अपने घर के बाहर 'मकान बिकाऊ है' का पोस्टर लगाया था. पोस्टर लगाने की सूचना मिलने पर हरकत में आई पुलिस ने ग्रामीणों के घरों के बाहर से पोस्टर हटा दिया है. इस मामले में पुलिस का कहना है कि सब सामान्य हो गया है, जबकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बीजेपी मंडल अध्यक्ष के कहने पर पुलिस उनको प्रताड़ित कर रही है.
मामला करीब 1 सप्ताह पहले का है. ग्रामीणों ने बताया कि भाजपा मंडल अध्यक्ष यशवर्धन सिंह ने पुलिस की सांठगांठ पर पूर्व प्रधान धर्मेंद्र सिंह का ट्रैक्टर चोरी होने का आरोप लगाकर उनका ट्रैक्टर थाने में खड़ा करा दिया. पूर्व प्रधान ने ट्रैक्टर के सभी कागजात दिखाकर छुड़ाने की गुहार लगाई तो पुलिस ने उन्हें थाने से भगा दिया. मामले की उच्च अधिकारियों द्वारा गंभीरता से लेने के कारण करीब 5 दिन बाद टैक्टर छोड़ दिया गया. ग्रामीणों का आरोप है कि इस घटना के बाद थाना प्रभारी राजेंद्र विकास सिंह बिल्हा गांव पहुंचे और राजेंद्र सिंह चौहान पक्ष की महिलाओं और बच्चों के साथ गाली-गलौज की. ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस और सीओ जबरन ग्रामीणों पर मुकदमा लिखवाने की धमकी देने लगे. इस वजह से कई ग्रामीणों ने अपने घरों के बाहर से पोस्टर हटा लिए और कुछ ग्रामीणों के घर के बाहर से रात के अंधेरे में बीजेपी नेता और पुलिस ने पोस्टर हटा दिए.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हम लोगों को बीजेपी मंडल अध्यक्ष के कहने पर पुलिस प्रताड़ित कर रही है. पुलिस ने घरों के बाहर लगे पोस्टर फाड़ दिए और रात को थाने उठा ले गई, साथ ही पुलिस बहू बेटियों के साथ मारपीट करती है.
इस संबंध में आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि कंपिल क्षेत्र में मकान बेचने के संबंध में लगाए गए पोस्टर के मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत सुनकर मामले का निस्तारण कर दिया है. दोनों पक्ष संतुष्ट हो गए हैं.