फर्रुखाबाद : यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार काफी गंभीर है बावजूद इसके निजी अस्पताल मरीजों की जान से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला फर्रुखाबाद जिले में सामने आया है. मंगलवार को सीएमओ की टीम ने नर्सिंग होम में छापेमारी की. इस दौरान नर्सिंग होम में इंटरमीडिएट पास युवक मरीजों का इलाज करता पाया गया. जिसके बाद सीएमओ ने फटकार लगाते हुए नोटिस जारी किया है.
बीते दिन मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार ने डिप्टी सीएमओ डॉ आरसी माथुर के साथ मसेनी स्थित जय श्री कृष्णा नर्सिंग होम में छापा मारा. मौके पर दो मरीज भर्ती थे. इस दौरान उन्होंने भर्ती किए गए मरीजों के अभिलेख देखे. सीएमओ ने भर्ती मरीज से चिकित्सक के बारे में पूछा तो तीमारदार ने मौके पर मौजूद अतुल बाथम को डॉक्टर बताया. पूछताछ में पता चला कि वह इंटर पास है. सीएमओ ने बताया कि 'अतुल बाथम इंटरमीडिएट पास है. उनके पास मेडिकल संबंधित कोई डिग्री नहीं है. उनकी पत्नी के नाम से नर्सिंग होम का पंजीकरण है. संचालक को नोटिस दिया गया है. इस बार नर्सिंग होम का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा. इसके अलावा जिन लोगों को नोटिस दिया गया उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.'
उन्होंने बताया कि 'शमशाबाद में अवनी पैथोलॉजी लैब, नवजीवन पैथोलॉजी लैब, डॉक्टर मोहम्मद नाजिर खान, भूदेव क्लीनिक, संजय राजपूत, जेएसएम क्लीनिक, फैमिली क्लीनिक, जनता पैथोलॉजी लैब को नोटिस दिया गया है. गांव जसमई दरवाजा पर स्थित दिव्यांश केयर हॉस्पिटल बंद कराकर नोटिस दिया गया. इसके अलावा पच पोखरा में रोहित क्लीनिक, धर्म सिंह क्लीनिक मुरहास कन्हैया में वीरपाल और गौतम बुद्ध क्लीनिक को बंद कराकर नोटिस दिया गया है. राजेपुर कस्बा में प्राची क्लीनिक बंद कराकर नोटिस दिया गया है. बंद मिले साईं क्लीनिक पर नोटिस चस्पा किया गया है. उन्होंने बताया कि 10 से अधिक नर्सिंग होम को नोटिस जारी किया गया है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.'
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