फर्रुखाबाद: जिले के कंपिल थाना क्षेत्र के बिल्हा गांव में ग्रामीणों ने अपने घर के बाहर 'मकान बिकाऊ है' का पोस्टर लगाया था. इससे पहले कुछ दिन पूर्व जहानगंज थाना क्षेत्र के पतोंजा गांव में कुछ ग्रामीणों द्वारा 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगाए गए थे. यह तीसरी बार है, जब जिले में नवाबगंज ब्लाक के गांव भगोरा के लोग ने 'मकान बिकाऊ है' का पोस्टर लगाया है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि बीजेपी विधायक दबंगों की मदद कर रहे हैं. आरोप है कि पुलिस ने 'मकान बिकाऊ है' पोस्टर हटा दिए हैं.
जिले में मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाने का तीसरा मामला है. मकान बिकाऊ के पोस्टर वाले दो मामले अभी निपटे ही थे कि तीसरा मामला भी सामने आ गया. पीड़ित का आरोप है कि जुलाई में गांव में पुलिया निर्माण के दौरान लल्लू सिंह की पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस संबंध में लल्लू के भतीजे आदेश ने गांव के ही युवक कर्मवीर शाक्य, धर्मवीर शाक्य, संजीव कुमार उर्फ संजू ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद पुलिस ने आरोपी कर्मवीर को जेल भेज दिया. बाकी दो लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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पीड़ित परिवार का आरोप है कि विवेचना में थानाध्यक्ष ने संजीव कुमार उर्फ संजू और धर्मवीर शाक्य का नाम निकाल दिया. आरोप है कि बीजेपी विधायक सुशील शाक्य आरोपी पक्ष की मदद कर रहे हैं. इस वजह से पीड़ित परिवार की कहीं सुनवाई नहीं होती है. वो जिन अधिकारियों के पास जाते हैं, बीजेपी विधायक सुशील शाक्य का फोन उन के पास पहुंच जाता है. पीड़ित परिवार अब न्याय चाहता है. परिवार धर्मवीर शाक्य, प्रधान संजीव कुमार उर्फ संजू की भी गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष ने घूस लेकर विवेचना से इन दोनों का नाम हटा दिया है.