फर्रुखाबाद: जीएसटी की चोरी कर प्राथमिक स्कूलों में खेलकूद सामग्री बेचने वाली फर्मों का मुख्य विकास अधिकारी ने खुलासा किया है. सीडीओ डाॅ. राजेंद्र पैंसिया ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को इन फर्मों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया है.
खेलकूद सामग्री की खरीद में पकड़ी गई अनियमितता
जनपद के विद्यालयों को वर्ष 2018-19 में खेलकूद सामग्री खरीदने के लिए 5 हजार से 10 हजार रुपये तक की धनराशि जारी की गई थी. प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने खेलकूद सामग्री खरीदी थी. इन स्कूलों में खेलकूद सामग्री की खरीद में अनियमितता पकड़ी गई थी. इसके बाद सीडीओ ने जिले के 544 विद्यालयों के बाउचरों की जांच कराई.
सभी बिल बिना जीएसटी के बनाए गए हैं और कुछ बिल हाथों से लिखे थे. उनमें से 31 बिलों में बिक्री की तारीख तक अंकित नहीं है. इसी तरह 19 बिलों में बिल संख्या भी दर्ज नहीं है. इसके अलावा 23 विद्यालयों की धनराशि व्यय के उपयोग प्रमाण पत्र हैं लेकिन बिल नहीं पाए गए. धनराशि प्राप्त के सापेक्ष सभी बिलों में शत-प्रतिशत धनराशि का खर्च किया जाना पाया गया.
इन फर्मों ने बिना जीएसटी के बिल बनाए
रेलवे रोड स्थित अग्रवाल स्पोर्ट्स एवं गिफ्ट सेंटर ने खेलकूद सामग्री का 3560 रुपये बिल, लोहाई रोड के अवस्थी स्पोर्ट्स का 3720 रुपये, पार्थ इंटरप्राइजेज द्वारा 3545 रुपये का बिल उपलब्ध कराए गए हैं. इन सभी फर्म के बिल बिना जीएसटी के पाए गए हैं जिस कारण सामग्री में जीएसटी चोरी की संभावना जताई थी. खेलकूद सामग्री की खरीदारी उक्त फर्मों के अलावा आसपास के जनपदों अन्य फर्म से भी की गई है.
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