फर्रुखाबाद: कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहे देश को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है. कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में देश को अर्थव्यवस्था से जूझना पड़ सकता है. इस संकट से उबारने के लिए तमाम बड़े अधिकारी अपने वेतन में कटौती कर रहे हैं. ऐसे में फर्रुखाबाद के जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने अपनी सैलरी में 20 प्रतिशत की कटौती करने की घोषणा की है.
आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए उठाए गए अहम कदम
कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन के बाद आशंका जाहिर की जा रही है कि देश में आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है. ऐसे में यह जरूरी है कि आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जाएं. कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में बड़े-बड़े समाजसेवी और नेता आगे आ रहे हैं. राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपालों से लेकर सांसद सभी साल भर तक 30 फीसदी कम वेतन लेकर मदद कर रहे हैं. इसी कड़ी में अब आईएएस भी आगे बढ़ रहे हैं.
2 वर्ष तक लेंगे 20% कम सैलरी
कोरोना संकट के बीच मदद के लिए हाथ लगातार आगे बढ़े रहे हैं. इसी को देखते हुए अब आईएएस भी मदद के लिए आगे आए हैं. पदोन्नत आईएएस संघ के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने और संघ के जनरल सेक्रेटरी ने मिलकर फैसला लिया है कि वह आने वाले दो साल तक बतौर जिलाधिकारी उन्हें मिलने वाली सैलरी में से 20 फीसदी वेतन का हिस्सा मुख्यमंत्री सहायता कोष में देंगे.
डीएम मानवेंद्र सिंह ने कहा कि देश विपदा से जूझ रहा है. ऐसे में सभी को आगे आकर मदद करना चाहिए. उन्होंने दूसरे साथियों से भी अपील की है कि वह इस पहल में आगे आएं और इस संकट की घड़ी में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से जुड़ें.