फर्रुखाबाद: जिले में परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों के द्वारा मध्यानह भोजन योजना संचालित पोर्टल आईवीआरएस कॉल्स (IVRS Calls) से विद्यालयों में छात्र की उपस्थिति विवरण का संज्ञान नहीं लिया गया. विद्यालयों में उपस्थित निम्न पाए जाने के कारण 66 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है. बीएसए की इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है.
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एक तरफ सरकार शिक्षा के प्रति जागरूक कर रही है. वहीं, विद्यालयों में बच्चों को निपुण बनाने के लिए भी प्रयास जारी हैं. लेकिन, स्टाफ सुधरने को तैयार नहीं है. जिला शिक्षा बेसिक अधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को विभागीय बैठकों और अन्य गतिविधियों के माध्यम से विद्यालय में छात्र उपस्थित बढ़ाए जाने के लिए समय-समय पर आदेश निर्देश दिए गए हैं. लेकिन, अधिकांश परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों द्वारा इस मामले कोई रुचि नहीं ली गई. उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं किए जाने के चलते मंगलवार को मध्यानह भोजन योजना अंतर्गत संचालित पोर्टल (IVRS Calls) से विद्यालयों में प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों के द्वारा दर्ज कराई गई छात्र उपस्थिति विवरण का संज्ञान नहीं लिया गया. इसके चलते 66 विद्यालयों में छात्र की उपस्थित निम्न पाए जाने के कारण 66 विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया.
जिला शिक्षा बेसिक अधिकारी गौतम प्रसाद ने चेतावनी देते हुए लिखा है कि यदि प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों द्वारा छात्र उपस्थित बढ़ाए जाने में रुचि नहीं ली गई, तो प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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