फर्रुखाबादः जिले में हादसे का शिकार हुई स्लीपर बस की जांच करने के लिए अपर आयुक्त परिवहन देवेंद्र कुमार त्रिपाठी एआरटीओ दफ्तर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने एआरटीओ शांतिभूषण पांडेय से दस्तावेजों की जांच की. साथ ही अपर आयुक्त परिवहन ने कार्यालय में फिटनेस के लिए आए वाहनों की जांच अपने सामने कराई, जहां इस दौरान कई खामियां भी देखने को मिलीं.
जांच के लिए पहुंचे उप परिवहन आयुक्त
- कानपुर परिक्षेत्र के उप परिवहन आयुक्त (डीटीसी) देवेंद्र त्रिपाठी फर्रुखाबाद के सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय पहुंचे.
- इसकी जानकारी लगते ही अचानक अफरा-तफरी मच गई, दलाल बस्ते छोड़कर भाग निकले.
- कार्यालय में निरीक्षण के दौरान रिकार्ड की जांच की, मौके पर बेतरतीब रिकॉर्ड देखकर वह नाराज हो गए.
- उन्होंने कर्मचारियों को फटकारा और चेतावनी दी कि भविष्य में लापरवाही मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
- उप परिवहन आयुक्त (डीटीसी) देवेंद्र त्रिपाठी ने एआरटीओ शांतिभूषण पांडेय, आरआई तकनीकी जीवन कुमार, यात्री एवं मालकर अधिकारी विजय किशोर आनंद व अन्य कर्मचारियों से पूछताछ भी की.
- हालांकि दर्दनाक बस हादसे की जांच प्रशासन ने आगरा में तैनात अपर परिवहन आयुक्त जगदीश प्रसाद कुशवाहा को सौंपी है.
हादसे का शिकार बस मानकों पर थी फेल
- मानकों के उल्लंघन के बाद भी स्लीपर बस का फिटनेस प्रमाणपत्र एआरटीओ कार्यालय से जारी किया गया था.
- जांच में सामने आया कि बस में इमरजेंसी विंडो नहीं थी.
- बस की लंबाई 12 के बजाय 12.8 मीटर थी.
- 13 जून 2018 को मैनपुरी में चतुर्वेदी टूर एंड टैवल्स की बस से हुए हादसे के बाद आननफानन में बसों को वैध करने के लिए कार्रवाई की गई थी.
- अपर आयुक्त परिवहन देवेंद्र त्रिपाठी ने कार्यालय में फिटनेस के लिए आए वाहनों की जांच अपने सामने कराई.
- इस दौरान उन्होंने फीता मंगाकर एक ट्रक को नापा तो उसमें रिफ्लेक्टर टेप व मानक के अनुसार नंबर प्लेट नहीं मिली.
- वाहन की नाप होते देख ट्रक चालक भाग निकला.
- डीटीसी देवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी.
- उन्होंने कहा जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.