फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश पुलिस के कारनामे आए दिन सामने आते रहते हैं. अभी हाल ही में गोरखपुर में कारोबारी की हत्या का दाग लगने के बाद भी खाकी अपना रवैया बदलने को तैयार नहीं है. इसी कड़ी में अब एक नया मामला सामने आया है. बीजेपी विधायक सुशील शाक्य ने पुलिस पर कई सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी विधायक ने फिर एक बार आरोप लगाते हुए साफ कहा कि पुलिस का एक वर्ग संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहा है. दरअसल, जिले के जन सुविधा केंद्र के संचालक को हिरासत में लेकर 2 लाख की रिश्वत मांगने के आरोप में एसपी ने सर्विलांस सेल दीवान और मेरापुर की अचरा पुलिस चौकी के दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है.
दोनों सिपाहियों के निलंबित होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. स्थानीय विधायक सुशील शाक्य ने मामले को गंभीरता से लेते इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी की. तब जाकर पुलिस के उच्च अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेकर जांच की.
बीजेपी विधायक सुशील शाक्य ने आरोप लगाते कहा कि पुलिस का एक वर्ग संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहा है और जिले में कई लोगों के साथ यह सभी लोग ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. विधायक ने आरोप लगाया कि सर्विलेंस विभाग में कार्यरत पुलिसकर्मी सत्येंद्र जोकि सर्विलेंस विभाग समेत पुलिस विभाग को धोखा देने का काम कर रहा है और यह सभी पुलिसकर्मी एक गैंग के रूप में काम कर रहे हैं. जिले में इस तरीके की कई घटनाएं हुई है. जिसकी जानकारी मिल रही है.
गोरखपुर में कारोबारी की हत्या के मामले में खाकी पर काफी सवाल खड़े हुए हैं. फर्रुखाबाद में युवक अपहरण मामले में खाकी पर एक बार फिर सवाल खड़े हुए हैं. फिलहाल मुकदमे की विवेचना कर रहे सीओ कायमगंज ने मंगलवार को मेरापुर थाने में रंजीत के बयान लिए. प्रभारी एसपी ने बताया रिपोर्ट के आधार पर पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. विवेचना में जो नाम और सामने आएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.
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