फर्रुखाबाद: जिले में प्रशासन द्वारा भू-माफियाओं की लिस्ट मांगी गई है. बिकरु गांव के प्रकरण के बाद शासन के आदेश पर पिछले कई दिनों से शहर और गांव में सरकारी भूमि पर किए गए कब्जे को चिह्नित किया जा रहा है. इस कार्य में राजस्व निरीक्षक एवं संबंधित क्षेत्र के लेखपालों की सख्त ड्यूटी लगाई गई है. शहर से लेकर गांव तक सरकारी और निजी जमीनों पर अवैध कब्जा करने वालों का बड़ा खेल चल रहा है. इतना ही नहीं अधिकतर तालाबों पर भी माफिया कब्जा कर बैनामे करा चुके हैं और चकबंदी के अभिलेखों में हेर-फेर कर राजस्वकर्मियों की मिलीभगत से जनपद में सैकड़ों एकड़ जमीन पर कब्जा हो चुका है.
विभिन्न इलाकों में सरकारी जमीनों पर किए गए अवैध कब्जे को पुलिस और प्रशासन की टीमों ने हटवाया है, लेकिन अवैध कब्जा हटने के बाद भी भू-माफियाओं ने सरकारी जमीनों पर दोबारा कब्जा कर लिया था. अब प्रशासन ने 31 भूमाफियाओं को चिह्नित कर लिस्ट तैयार की है.
फर्जी पट्टेदारों से बैनामे कराने का भी खेल
जिले में सफेदपोश माफियाओं द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों की साठ-गांठ से फर्जी पट्टेदारों से बैनामे कराने का भी खेल चल रहा है. जानकारी के अनुसार कई ऐसे लाभार्थियों के नाम जमीनों के पट्टे कर दिए गए, जो उस गांव के ही नहीं बल्कि तहसील के निवासी भी नहीं थे. इसके बाद दबंगों और अपराधियों के बल पर इन्हीं कथित पट्टेदारों से बैनामे करा लिए गए. अब 21 जुलाई को जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में चिह्नित 31 भू-माफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए निर्णय किया जाएगा. प्रशासन इन भू-माफियाओं पर जल्द ही शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है.