फर्रुखाबाद: जिले में 4 अप्रैल 2016 को पुलिस लाइन से जहानगंज थाने में तबादले पर भेजा गया सिपाही 44 माह तक लापता रहा. पुलिस विभाग ने तीन साल से अधिक समय बिना ड्यूटी करे गायब रहे इस सिपाही को 17 लाख 22 हजार रुपये का वेतन भुगतान कर दिया. इसके बाद अब सिपाही की बीमारी से मौत की खबर आई तो अधिकारियों के होश उड़ गए. पुलिस लाइन के जीडी कार्यालय, कैश पटल व अकाउंट शाखा में अफरा-तफरी मची हुई है.
44 माह से लापता सिपाही को मिलता रहा वेतन
- कानपुर देहात के कपूरपुर निवासी सिपाही नरेश सिंह 15 मई 1995 को पुलिस में सिपाही के पद भर्ती हुआ था.
- सिपाही की पहली तैनाती कन्नौज में हुई थी.
- वह आगरा, औरैया के बाद फतेहगढ़ तबादले पर आए थे.
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खोले गए खाते में सिपाही का पता बूरामऊ शिवराजपुर लिखा हुआ है.
- पुलिस लाइन से 4 अप्रैल को नरेश सिंह समेत 29 सिपाहियों की अलग-अलग थानों में तैनाती की गई थी.
- नरेश ने जहानगंज थाने में ड्यूटी ज्वाइन करने की वजाय वह गैर हाजिर हो गया.
- 44 माह से सिपाही के खाते से वेतन निकाला जाता रहा.
- इसके बाद अब सिपाही की बीमारी से मौत की खबर आई तो अधिकारियों के होश उड़ गए.
बता दें कि सिपाही की मृत्यु से तीन दिन पूर्व यानी 10 दिसंबर को कन्नौज की एसबीआई शाखा से 30,000 रुपये निकाले गए. इस समय सिपाही के खाते में 30 हजार रुपये है.
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मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ.अनिल कुमार मिश्र, एसपी, फर्रुखाबाद