फर्रुखाबादः कई अल्टीमेटम के बावजूद फर्रुखाबाद के शिक्षक और कर्मचारी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं. यहां के करीब 119 शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने मानव संपदा पोर्टल पर शैक्षिक अभिलेखों और सेवा पुस्तिका का डाटा अपलोड नहीं किया है. अब ये लोग एसटीएफ के रडार पर आ गये हैं. शिक्षा निदेशक बेसिक ने इन लोगों को आखिरी मौका 17 दिसंबर तक दिया है. ऐसा न करने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों की लिस्ट एसटीएफ को सौंप उसकी जांच करायी जायेगी.
![बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, फर्रुखाबाद](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-fbd-01b-school-teacher-pkg-up10096_12122020100329_1212f_00274_505.jpg)
फर्जीवाड़े पर सख्त शासन
शासन ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए आदेश दिए थे कि बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी, शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और दूसरे शिक्षणेत्तर कर्मचारी अपना सेवा विवरण और सेवा पुस्तिका का सत्यापन कराकर मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड करा दें. कई बार कहने के बावजूद अभी भी जिले में 119 शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने सेवा विवरण और सेवा पुस्तिका का सत्यापन नहीं करवाया है. ना ही उन्होंने मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड करवाया है. इनमें शिक्षकों के साथ ही बीएसए कार्यालय के कुछ अधिकारी और पुराने बाबू भी शामिल हैं. मानव संपदा पोर्टल पर डाटा अपलोड करने में लापरवाही बरते जाने पर शिक्षा निदेशक बेसिक डॉक्टर सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बीएसए को एक पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने निर्देश दिए हैं कि 17 दिसंबर तक सभी शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के सेवा विवरण और सेवा पुस्तिका का सत्यापन करवा कर डाटा मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड करवा दें. बीएसए लालजी यादव ने बताया कि सभी को निर्देश दे दिये गये हैं. ऐसा नहीं करने पर एसटीएफ से उनके दस्तावेजों की जांच करायी जायेगी.