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सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के वीसी का दावा, कोरोना को मात देने के लिए बनाई दवा

उत्तर प्रदेश के सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राजकुमार राव ने दावा किया है कि, विश्वविद्यालय के चिकित्सकों ने कोरोना वायरस को मात देने के लिए दवा का इजाद कर लिया है और इस दवा से मरीजों को काफी फायदा मिल रहा है.

सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राजकुमार राव
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राजकुमार राव
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Published : Jun 10, 2020, 4:55 AM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में मंगलवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इसमें कुलपति डॉ. राजकुमार राव ने दावा कि उनके विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस को मात देने के लिए दवा का इजाद कर लिया है.

कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा

डॉ. राजकुमार राव के मुताबिक, सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रमाणित राज निर्वाण बटी ने मेडिकल के साइंटिफिक मेथोडोलॉजी के लेवल 3 मानक के अनुसार विश्व की पहली आयुर्वेदिक दवा बनाई है. जिसकी उपयोगिता सिद्ध हो गई है. इस दवा से चिकित्सा विश्विद्यालय में भर्ती कोरोना के 134 मरीज में 90 ठीक भी हो चुके हैं.

कुलपति ने बताया कि हमने यह दवा सबसे पहले खुद पर 5 दिन तक इस्तेमाल की. उसके बाद ही जब इसके कोई नकारात्मक परिणाम नहीं आए तब हमने उनको मरीजों को देना शुरू किया. उसके बाद अब मरीज इससे ठीक हो रहे हैं.

आयुर्वेद और एलोपैथ के मिश्रण से बनी दवा

कुलपति ने कहा कि, यह दवा एलोपैथिक और आयुर्वेदिक घटकों से मिलकर बनी है. इसमें 11 घटक आयुर्वेदिक के और 1 एलोपैथी से है, जिस वजह से इसको हम ऐलोवैदिक कह रहे हैं.

दवा से 30 मरीज हुए स्वस्थ

कुलपति ने बताया कि इस दवा को साइंटिफिक कमेटी एथिकल कमेटी कोरोना कमेटी से अनुमोदन मिल चुका है और आईसीएमआर से भी जल्द ही अनुमोदन मिलने की उम्मीद है. वहीं उन्होंने बताया कि राज निर्माण बटी को 40 मॉडरेट लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों पर सुबह-शाम 125 मिलीग्राम मात्रा में शहद के साथ दिया गया, जिससे 30 मरीज बिल्कुल ठीक हो कर जा चुके हैं.

इटावा: सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में मंगलवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इसमें कुलपति डॉ. राजकुमार राव ने दावा कि उनके विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस को मात देने के लिए दवा का इजाद कर लिया है.

कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा

डॉ. राजकुमार राव के मुताबिक, सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रमाणित राज निर्वाण बटी ने मेडिकल के साइंटिफिक मेथोडोलॉजी के लेवल 3 मानक के अनुसार विश्व की पहली आयुर्वेदिक दवा बनाई है. जिसकी उपयोगिता सिद्ध हो गई है. इस दवा से चिकित्सा विश्विद्यालय में भर्ती कोरोना के 134 मरीज में 90 ठीक भी हो चुके हैं.

कुलपति ने बताया कि हमने यह दवा सबसे पहले खुद पर 5 दिन तक इस्तेमाल की. उसके बाद ही जब इसके कोई नकारात्मक परिणाम नहीं आए तब हमने उनको मरीजों को देना शुरू किया. उसके बाद अब मरीज इससे ठीक हो रहे हैं.

आयुर्वेद और एलोपैथ के मिश्रण से बनी दवा

कुलपति ने कहा कि, यह दवा एलोपैथिक और आयुर्वेदिक घटकों से मिलकर बनी है. इसमें 11 घटक आयुर्वेदिक के और 1 एलोपैथी से है, जिस वजह से इसको हम ऐलोवैदिक कह रहे हैं.

दवा से 30 मरीज हुए स्वस्थ

कुलपति ने बताया कि इस दवा को साइंटिफिक कमेटी एथिकल कमेटी कोरोना कमेटी से अनुमोदन मिल चुका है और आईसीएमआर से भी जल्द ही अनुमोदन मिलने की उम्मीद है. वहीं उन्होंने बताया कि राज निर्माण बटी को 40 मॉडरेट लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों पर सुबह-शाम 125 मिलीग्राम मात्रा में शहद के साथ दिया गया, जिससे 30 मरीज बिल्कुल ठीक हो कर जा चुके हैं.

Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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