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सपा प्रत्याशी अंशुल यादव निर्विरोध चुने गए जिला पंचायत अध्यक्ष - इटावा

इटावा में पुनः सपा प्रत्याशी अभिषेक उर्फ अंशुल यादव का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना जाना तय हो गया है. इसकी जानकारी होते ही सपा और प्रसपा के नेता उनके घर आने लगे हैं. सैफई में खुशी का माहौल है.

सपा प्रत्याशी अंशुल यादव जीते.
सपा प्रत्याशी अंशुल यादव जीते.
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Published : Jun 26, 2021, 9:14 PM IST

इटावा: जिले में पुनः सपा प्रत्याशी अभिषेक उर्फ अंशुल यादव को निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना तय हो गया। अंशुल यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं. पंचायत चुनाव में सपा और प्रसपा की आपसी सहमति से 24 में से 20 सीटों पर सपा के सदस्यों ने जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी के केवल एक सदस्य को चुनाव में जीत मिली थी. अंशुल यादव का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना जाना तय होने पर सपा और प्रसपा के नेताओं का उनके घर तांता लगने लगा है. अखिलेश यादव के पैतृक गांव सैफई में खुशी का माहौल है.

सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने बताया कि बीते पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी के 20 सदस्यों ने जीत हासिल की थी. इनके समर्थन से अंशुल यादव का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना जाना तय हो गया है. उन्होंने बताया कि उनके प्रत्याशी के अलावा अभी किसी अन्य पार्टी के प्रत्याशी ने नामंकन पत्र नहीं खरीदा था और न ही नामांकन पत्र दाखिल किया था. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से निर्विरोध निर्वाचित होने की आधिकारिक घोषणा 30 जून को दोपहर तीन बजे के बाद प्रमाण पत्र देने के बाद की जाएगी.

पढ़ें: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: गोरखपुर में नामांकन करने पहुंचे सपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं में चले लात-घूंसे

अभिषेक उर्फ अंशुल यादव ने बताया कि समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में उन्हें दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है. जनपद में समाजवादी पार्टी के जीते 20 सदस्यों के सहयोग से वे जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं. चाचा शिवपाल और बड़े भैया अखिलेश यादव के सहयोग से उन्हें जीत हासिल हुई है. इस बार के पंचायत चुनाव की तरह आगामी विधानसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी को इसी तरह से हार का सामना करना पड़ेगा.

इटावा: जिले में पुनः सपा प्रत्याशी अभिषेक उर्फ अंशुल यादव को निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना तय हो गया। अंशुल यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं. पंचायत चुनाव में सपा और प्रसपा की आपसी सहमति से 24 में से 20 सीटों पर सपा के सदस्यों ने जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी के केवल एक सदस्य को चुनाव में जीत मिली थी. अंशुल यादव का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना जाना तय होने पर सपा और प्रसपा के नेताओं का उनके घर तांता लगने लगा है. अखिलेश यादव के पैतृक गांव सैफई में खुशी का माहौल है.

सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने बताया कि बीते पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी के 20 सदस्यों ने जीत हासिल की थी. इनके समर्थन से अंशुल यादव का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुना जाना तय हो गया है. उन्होंने बताया कि उनके प्रत्याशी के अलावा अभी किसी अन्य पार्टी के प्रत्याशी ने नामंकन पत्र नहीं खरीदा था और न ही नामांकन पत्र दाखिल किया था. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से निर्विरोध निर्वाचित होने की आधिकारिक घोषणा 30 जून को दोपहर तीन बजे के बाद प्रमाण पत्र देने के बाद की जाएगी.

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अभिषेक उर्फ अंशुल यादव ने बताया कि समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में उन्हें दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है. जनपद में समाजवादी पार्टी के जीते 20 सदस्यों के सहयोग से वे जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं. चाचा शिवपाल और बड़े भैया अखिलेश यादव के सहयोग से उन्हें जीत हासिल हुई है. इस बार के पंचायत चुनाव की तरह आगामी विधानसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी को इसी तरह से हार का सामना करना पड़ेगा.

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