इटावा: सैफई पीजीआई में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कुछ अराकतत्व सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. पीजीआई के प्रतिकुलपति डॉक्टर रमाकान्त यादव ने बताया कि आगरा स्थित पारस अस्पताल से लाए गए चार कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल प्रशासन की छवि धूमिल करने पर उतारू हैं.
अफवाहों पर प्रतिकुलपति ने लगाया विराम
सैफई पीजीआई के खिलाफ फैल रही अफवाहों पर विवि. प्रतिकुलपति डॉक्टर रमाकान्त यादव ने विराम लगाया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती लगभग सभी मरीज सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय की तरफ से मुहैया कराए जा रहे इलाज, भोजन तथा अन्य सुविधाओं से संतुष्ट हैं.
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज फैला रहे अफवाह
प्रतिकुलपति डॉक्टर रमाकांत यादव ने बताया कि आगरा जिले के पारस अस्पताल से लाए गए चार मरीज मनमानी करने के साथ ही फेक एवं झूठी शिकायत का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं. वे सभी मेडिकल टीम का मनोबल गिराकर इलाज में व्यवधान उत्पन्न करना चाह रहे हैं. कुलपति ने कहा कि मरीजों को सख्त लहजे में समझाया जा रहा है, अगर वे नहीं माने तो जिला प्रशासन की मदद से इन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन ने कही कड़ी कार्रवाई की बात
एसडीएम सैफई हेम सिंह ने कहा कि आगरा स्थित पारस अस्पताल से आए चार संक्रमित मरीज बार-बार सोशल मीडिया पर फेक वीडियो, फोटो तथा झूठी शिकायतें अपलोड कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से मिली तहरीर के आधार पर इन चारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
72 मरीज कोरोना पॉजिटिव भर्ती
कुलपति डॉ. राजकुमार ने बताया कि कोविड-19 अस्पताल में अभी तक कुल 72 संक्रमित मरीज भर्ती हैं, जिनमें 67 मरीज एसिम्पटमेटिक, जबकि चार मरीजों में कोरोना के हल्के लक्षण मिले हैं और एक मरीज को आक्सीजन की आवश्यकता है. इसके अलावा पांच मरीज ट्रायज में हैं, जिनको विशेष निगरानी में रखा गया है. शेष 12 लोगों को क्वारंटाइन रखा गया है.