इटावा: जिले के सैफई तहसील क्षेत्र में गोवंश के चक्कर में आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. जहां सरकार ने छुट्टा गोवंश के लिए गोशाला आश्रय केंद्र खुलवा कर किसानों को आश्वासन दिया था कि गोवंश से हो रहे फसल के नुकसान को रोका जाएगा. लेकिन गोशालाएं बनने के बाद भी गोवंश बाहर टहल रहे हैं. जिससे आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं.
जिले में मात्र चार गोशाला संचालित
तहसील क्षेत्र में लगभग 21 गौशाला है, जो शासन द्वारा बनवाई गई थी. लेकिन उनमें से मात्र चार गोशाला ही संचालित हैं, जिनमें तरकारा वाचा गोशाला में 40 गोवंश, बरौली खुर्द गोशाला में 70 गोवंश, वैदपुरा गोशाला में 72 गोवंश, शिवपुरी टिमरुआ गोशाला में 112 गोवंश हैं. सड़कों पर गोवंश झुंड बना कर खड़े रहते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. क्षेत्र के बघुइया बाईपास चौराहे पर करहल व हवाई पट्टी रोड पर आवागमन अधिक रहता है. यहां पर चौराहे पर एक झुंड गोवंश का चौबीस घंटे बना रहता है, जो की अक्सर आपस में लड़ने लगते हैं, जिससे बाइक व अन्य गाड़ी भी हादसे की शिकार होती रहती है.
गोवंशों की वजह से होते हैं सड़क हादसे
दुकानदार अमनेश यादव ने बताया कि 5 दिन पहले एक बाइक सवार हवाई पट्टी की तरफ से सैफई की तरफ जा रहा था. तभी अचानक गोवंश आपस में लड़ने लगे, जो एक बाइक में जा टकराए. जिससे बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसे 108 एंबुलेंस द्वारा सैफई पीजीआई में भर्ती कराया गया था.
स्थानीय निवासी सतेंद्र यादव ने बताया कि जसवंतनगर, करहल, मैनपुरी के लोग इसी गोल चक्कर चौराहा से होकर गुजरते हैं. यहां पर 1 दर्जन से अधिक गोवंश डेरा डाले रहते हैं. जिससे कोई न कोई हादसा होता रहता है. शासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.