इटावा: जिले के सैफई पीजीआई में कोरोना के लिए राज निर्वाण बटी शोध शुरू किया गया था. शनिवार को उत्तराखंड सरकार ने इसे लाइसेंस जारी कर दिया और जल्द ही अब यह दवा सभी के लिए उपलब्ध होगी. सैफई पीजीआई के कुलपति डॉ. राजकुमार ने कहा कि अब हम कह सकते हैं कि आरएनबी कोरोना के लिए तैयार है और जल्द ही यह लोगों के लिए उपलब्ध होगी. उन्होंने बताया कि यह दवा अभी सिर्फ सैफई में भर्ती कोरोना के मरीजों को दी जा रही थी, जिसमें सभी ठीक हो गए. अब जल्द ही इसे बड़े महानगरों में भी उपलब्ध कराया जाएगा.
'500 से अधिक मरीज इस दवा से हुए ठीक'
डॉ. राजकुमार ने बताया कि इस दवा से 500 से अधिक मरीज ठीक होकर यहां से जा चुके हैं. वहीं यह दवा क्रिटिकल मरीजों को छोड़ सभी पर टेस्ट की जा चुकी है और यह कारगर है. क्रिटिकल केस में इसका ट्रायल जारी है.
'पहले खुद पर किया ट्रायल फिर मरीज को दी आरएनबी'
डॉ. राजकुमार ने बताया कि इस गोली को पहले मैंने खुद पर ट्रायल किया, जब मुझे कुछ नहीं हुआ तो मैंने मरीजों को यह टेबलेट दी. इसको कोई स्वस्थ व्यक्ति खाए तो उसको कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होगा. बल्कि वो खुद में एक नई ऊर्जा महसूस करेगा.
...तो 3 से 4 महीने बढ़ जाएगी इम्युनिटी
डॉ. राजकुमार ने बताया कि कोई व्यक्ति यदि हॉटस्पॉट जोन से आ रहा हो तो उसको यदि रोज सुबह खाली पेट 10 दिन तक यह गोली दी जाए तो उसकी इम्युनिटी 3 से 4 महीने तक बढ़ जाएगी.
'बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक कर सकते हैं सेवन'
डॉ. राजकुमार ने बताया कि इस गोली का ट्रायल 18 साल से अधिक उम्र के लोगों पर किया गया था. लेकिन इसका सेवन बच्चे भी कर सकते हैं. इसमें खुराक में अंतर हो सकता है. 2 से लेकर 4 साल के बच्चे को एक चौथाई गोली दी जा सकती है. वहीं उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को कम से कम 12 दिन तक आरएनबी टेबलेट दी जानी चाहिए. इसी के साथ उन्होंने इसकी कीमत बताते हुए बताया कि यह 10 गोलियां 1500 रुपये में उपलब्ध होगी.
'कई देशों ने की कोलोब्रेशन से लेकर लॉन्च करने की मांग'
डॉ. राजकुमार ने बताया कि उन्होंने इस दवा और इस पर लिखी बुक को लगभग 120 से अधिक एंबेसीस में भेजा तो उनमें से कई देशों ने इसको लेकर प्रशस्ति पत्र भेजा तो कई देश कोलोब्रेशन से लेकर अपने यहां लॉन्च करने की मांग कर रहे हैं.