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इटावा जिला कारागार में पुलिस और कैदी खेलते हैं जुआ

यूपी की इटावा जिला जेल अपराधियों के लिए ऐशगाह बन गई है. इस जेल में बंद कैदियों ने एक वीडियो वायरल कर दिया है. इस वीडियो से जेल के अंदर होने वाले कारनामों की पोल खुल गई है.

इटावा जेल में चल चल रहा जुआ का खेल.
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Published : Jul 11, 2019, 12:03 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: जिला कारागार के अंदर जुआ खेला जाता है. सजायाफ्ता कैदियों के संरक्षण और पुलिस की मदद से जुए का यह धंधा चलाया जा रहा है. लाखों के इस गोरखधंधे का वीडियो वायरल हो गया है. 15 दिन पुराने इस वीडियो को लेकर जिलाधिकारी ने सफाई दी है.

इटावा जेल में चल चल रहा जुआ का खेल.

वायरल वीडियो में क्या है

इटावा की जिला जेल में बंद अपराधियों को उनके परिजन मनचाहा सामान भी बिना रोक-टोक के भेज सकते हैं. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जेल के गेट पर ड्यूटी पर तैनात एक जेलकर्मी किसी बंदी के परिजनों को बिना सामान चेक किए ही अंदर भेज रहा है. इसके एवज में वह अपराधियों के परिजनों से सुविधा शुल्क वसूल रहा है. वीडियो के एक हिस्से में जेल में बंद कैदी जुआ खेलते नजर आ रहे हैं.

पुलिस की मिलीभगत से फल-फूल रहा धंधा

जिला जेल में प्रतिदिन एक लाख से लेकर 2 लाख रुपये तक का जुआ खेला जाता है. जेल में जुए का यह खेल सजायाफ्ता कैदियों के संरक्षण में ही खेला जाता है. जो कैदी इस जुए के खेल को खिलाता है, जेल के अधिकारी उससे 100 से 200 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से अवैध वसूली करते हैं. जिस दिन प्रशासन व शासन का कोई अधिकारी जेल का निरीक्षण करने आता है उस दिन यह खेल बंद रहता है. इस जेल में एक शानदार कैंटीन भी है जिसे जेल अधिकारियों की शह पर सजायाफ्ता अपराधी चलाते हैं.

यह कैंटीन आम कैदियों व बंदियों के लिए नहीं होती है. इस कैंटीन का लाभ जेल में बंद उन अपराधियों को दिया जाता है जो इस कैंटीन से सामान खरीदने की बड़ी हैसियत रखते हैं. जानकारी के मुताबिक जेल के भीतर इस कैंटीन में बिसलरी की बोतल से लेकर हर सामान उपलब्ध है और कई गुना अधिक चार्ज लगाकर कैदियों को बेचा जाता है.

हर महीने जेल का निरीक्षण किया जाता है. अभी तक ऐसी कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है. हालांकि, जेल में प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही का मामला जरूर सामने आया था. जेल के सीसीटीवी भी खराब हैं. इसे लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
-जेबी सिंह, जिलाधिकारी

इटावा: जिला कारागार के अंदर जुआ खेला जाता है. सजायाफ्ता कैदियों के संरक्षण और पुलिस की मदद से जुए का यह धंधा चलाया जा रहा है. लाखों के इस गोरखधंधे का वीडियो वायरल हो गया है. 15 दिन पुराने इस वीडियो को लेकर जिलाधिकारी ने सफाई दी है.

इटावा जेल में चल चल रहा जुआ का खेल.

वायरल वीडियो में क्या है

इटावा की जिला जेल में बंद अपराधियों को उनके परिजन मनचाहा सामान भी बिना रोक-टोक के भेज सकते हैं. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जेल के गेट पर ड्यूटी पर तैनात एक जेलकर्मी किसी बंदी के परिजनों को बिना सामान चेक किए ही अंदर भेज रहा है. इसके एवज में वह अपराधियों के परिजनों से सुविधा शुल्क वसूल रहा है. वीडियो के एक हिस्से में जेल में बंद कैदी जुआ खेलते नजर आ रहे हैं.

पुलिस की मिलीभगत से फल-फूल रहा धंधा

जिला जेल में प्रतिदिन एक लाख से लेकर 2 लाख रुपये तक का जुआ खेला जाता है. जेल में जुए का यह खेल सजायाफ्ता कैदियों के संरक्षण में ही खेला जाता है. जो कैदी इस जुए के खेल को खिलाता है, जेल के अधिकारी उससे 100 से 200 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से अवैध वसूली करते हैं. जिस दिन प्रशासन व शासन का कोई अधिकारी जेल का निरीक्षण करने आता है उस दिन यह खेल बंद रहता है. इस जेल में एक शानदार कैंटीन भी है जिसे जेल अधिकारियों की शह पर सजायाफ्ता अपराधी चलाते हैं.

यह कैंटीन आम कैदियों व बंदियों के लिए नहीं होती है. इस कैंटीन का लाभ जेल में बंद उन अपराधियों को दिया जाता है जो इस कैंटीन से सामान खरीदने की बड़ी हैसियत रखते हैं. जानकारी के मुताबिक जेल के भीतर इस कैंटीन में बिसलरी की बोतल से लेकर हर सामान उपलब्ध है और कई गुना अधिक चार्ज लगाकर कैदियों को बेचा जाता है.

हर महीने जेल का निरीक्षण किया जाता है. अभी तक ऐसी कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है. हालांकि, जेल में प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही का मामला जरूर सामने आया था. जेल के सीसीटीवी भी खराब हैं. इसे लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
-जेबी सिंह, जिलाधिकारी

Intro:नोट-सर इस खबर से सम्बंधित डीएम की वाइट मोजो न0 424 से भेज दी गयी है अभी।
एंकर-सूबे की इटावा जिला जेल अपराधियो के लिये ऐशगाह बन गयी है।इस जेल के भीतर क्या क्या होता है इसका एक वीडियो इसी जेल में बंद कैदियों ने वायरल कर दिया है।इस वायरल वीडियो को सूबे की योगी सरकार भी गौर से देखे।Body:वीओ(1)-इटावा की जिला से वायरल हुई इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पूरे दिन जेल के भीतर जुआ खेला जाता है।जेल सूत्र बताते हैं कि जिला जेल में प्रतिदिन एक लाख से लेकर 2 लाख तक का जुआ खेला जाता है।सूत्रों ने यहां तक बताया है कि जेल में जुए का यह खेल सजा याफ्ता कैदियों के संरक्षण में ही खेला जाता है।जो कैदी इस जुए के खेल का खिलवाता उससे जेल के अधिकारी 100 से 200 रुपये प्रति घण्टे के हिसाब से अवैध वसूली करते हैं।सूत्रों ने बताया है कि जुए का यह खेल उस दिन ही बन्द रहता है जिस दिन प्रशासन व शासन का कोई अधिकारी जेल का निरीक्षण करने आता है।कुल मिलाकर जेल के भीतर चल रहे इस अवैध कारोबार से जेल के अधिकारियों व कर्मियों को ठीक ठाक ऊपर की कमाई प्रतिदिन हो जाती है।
इटावा की इस जिला जेल में एक शानदार कैंटीन भी जेल अधिकारियों की शह पर यह सजायाफ्ता अपराधी चलाते हैं।यह कैंटीन आम कैदियों व बंदियों के लिये नही होती है।इस कैंटीन का लाभ जेल में बंद उन अपराधियो को दिया जाता है जो इस कैंटीन से समान खरीदने की अपनी हैसियत रखते हैं।जेल सूत्र बताते हैं कि जेल के भीतर इस कैंटीन में पीने की बिसलरी की बोतल से लेकर हर समान उपलब्ध है और इस कैंटीन पर दस गुना अधिक चार्ज लगाकर समान जेल में बंद अपराधियो को बेचा जाता है।
इटावा की जिला जेल में बंद अपराधियो को उनके परिजन मनचाहा समान भी बिना रोक टोक के भेज सकते है।इस वीडियो में साफ साफ देखा जा सकता है कि जिला जेल के गेट पर ड्यूटी पर तैनात एक जेल कर्मी जेल के भीतर जो भी समान बिना चैक किये भेज रहा उंसके एवज में वो अपराधियों के परिजनों से सुविधा शुल्क वसूल रहा है।उंसके इस भृष्टाचार में जेल में बंद एक सजायाफ्ता कैदी उसकी मदद कर रहा है।
वीओ(2)-जेल के इस वायरल वीडियो के बारे में जिला जेल के किसी भी अधिकारी ने ईटीवी को अपना पक्ष नही दिया है।लेकिन इटावा के डीएम ने जरूर यह कहा है कि जेल में लापरवाही चल रही है,जेल के सीसीटीवी कैमरे खराब है,लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि जब जब भी उन्होंने जेल का निरीक्षण किया तब तब उन्हें वायरल वीडियो जैसा माहौल जेल के भीतर नही देखने को मिला है।
Conclusion:वीओ(3)-जिला जेल का यह वायरल वीडियो 15 दिन पुराना है।इस वीडियो में जुआ खेल रहे ज्यादातर अपराधी सजायाफ्ता है।कुल मिलाकर इस वीडियो ने इटावा जेल के भीतर की असली तस्वीर आम जनता व सरकार के सामने खोल कर रख दी है।
मोब न0 8445980843।
Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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