इटावा: जिला कारागार के अंदर जुआ खेला जाता है. सजायाफ्ता कैदियों के संरक्षण और पुलिस की मदद से जुए का यह धंधा चलाया जा रहा है. लाखों के इस गोरखधंधे का वीडियो वायरल हो गया है. 15 दिन पुराने इस वीडियो को लेकर जिलाधिकारी ने सफाई दी है.
वायरल वीडियो में क्या है
इटावा की जिला जेल में बंद अपराधियों को उनके परिजन मनचाहा सामान भी बिना रोक-टोक के भेज सकते हैं. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जेल के गेट पर ड्यूटी पर तैनात एक जेलकर्मी किसी बंदी के परिजनों को बिना सामान चेक किए ही अंदर भेज रहा है. इसके एवज में वह अपराधियों के परिजनों से सुविधा शुल्क वसूल रहा है. वीडियो के एक हिस्से में जेल में बंद कैदी जुआ खेलते नजर आ रहे हैं.
पुलिस की मिलीभगत से फल-फूल रहा धंधा
जिला जेल में प्रतिदिन एक लाख से लेकर 2 लाख रुपये तक का जुआ खेला जाता है. जेल में जुए का यह खेल सजायाफ्ता कैदियों के संरक्षण में ही खेला जाता है. जो कैदी इस जुए के खेल को खिलाता है, जेल के अधिकारी उससे 100 से 200 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से अवैध वसूली करते हैं. जिस दिन प्रशासन व शासन का कोई अधिकारी जेल का निरीक्षण करने आता है उस दिन यह खेल बंद रहता है. इस जेल में एक शानदार कैंटीन भी है जिसे जेल अधिकारियों की शह पर सजायाफ्ता अपराधी चलाते हैं.
यह कैंटीन आम कैदियों व बंदियों के लिए नहीं होती है. इस कैंटीन का लाभ जेल में बंद उन अपराधियों को दिया जाता है जो इस कैंटीन से सामान खरीदने की बड़ी हैसियत रखते हैं. जानकारी के मुताबिक जेल के भीतर इस कैंटीन में बिसलरी की बोतल से लेकर हर सामान उपलब्ध है और कई गुना अधिक चार्ज लगाकर कैदियों को बेचा जाता है.
हर महीने जेल का निरीक्षण किया जाता है. अभी तक ऐसी कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है. हालांकि, जेल में प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही का मामला जरूर सामने आया था. जेल के सीसीटीवी भी खराब हैं. इसे लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
-जेबी सिंह, जिलाधिकारी