इटावा: जनपद में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में चतुर्थ श्रेणी के सभी सफाई कर्मचारियों ने इस्तीफा दे दिया है. कुल 360 कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. इसके लिए कुलपति समेत कई अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है. इस मामले में कोई भी अधिकारी सुनवाई नहीं करने को तैयार नहीं है. सफाई कर्मचारियों ने जिलाधिकारी समेत कई अधिकारियों को इसके संबंध में पत्र देने के साथ ही धरना-प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, धरना जारी रहेगा.
सफाई कर्मचारियों को नहीं दिया रहा वेतन
इस कोरोना काल मे जहां एक ओर सफाई कर्मचारियों और मेडिकल स्टाफ को कोरोना वॉरियर्स कहा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर इन कोरोना वॉरियर्स को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जनपद के सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के सफाई कर्मचारियों को पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. इसकी वजह से उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्याओं से तंग आकर 360 कर्मचारियों ने इस्तीफा देकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. कर्मचारियों का कहना कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी, तब तक यह धरना जारी रहेगा.
सफाई कर्मचारी बृजेश कुमार ने बताया कि वह लगातार पांच महीनों से विश्विद्यालय प्रशासन को अपनी समस्या बता रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन हर बार यह कहकर बात टाल देता है कि आप का भुगतान ठेकेदार करेंगे. जब ठेकेदार से कहते हैं तो वह कहता है कि मुझे जब तक प्रशासन की तरफ से पैसा नहीं मिलेगा, तब तक भुगतान नहीं होगा. इस वजह से सभी सफाई कर्मचारियों के सामने खाने-पीने की दिक्कत आ गई है.
2006 से कट रहा पीएफ
सफाई कर्मचारी बृजेश कुमार ने बताया कि 2006 से सभी कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. सभी कर्मचारियों के वेतन से पीएफ के नाम से पैसा कट रहा है, लेकिन अभी तक कोई पीएफ का नंबर नहीं मिला है. अब तक कुल कितना पीएफ जमा हो चुका है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.