इटावा: जिले के भरथना थाना क्षेत्र के ग्राम समसपुरा में शादी वाले घर में उस समय मातम पसर गया. जब शादी में फेरे पड़ते समय दुल्हन की ह्रदयघात हो जाने से मौत हो गई. घरातियों और बारातियों के सहमति से मृतक दुल्हन की छोटी बहन के साथ शादी की अन्य रश्में पूरी कर नम आखों से बारात की विदाई की गई. इसके बाद मृतक दुल्हन का विधिविधान के साथ दाह संस्कार किया गया. इस अनोखी घटना से गांव में मातम छा गया.
दुल्हन की मांग भी भरी जा चुकी थी
समसपुर में नवाली के रहने वाले मंजेश कुमार की शादी सुरभि नाम की लड़की से हो रही थी. बारातियों का स्वागत और जयमाल कार्यक्रम पूरे हो चुके थे. मंडप में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की रस्में पूरी की जा रही थीं. रात तकरीबन दो बजे दुल्हन की मांग भी भरी जा चुकी थी. इसके बाद सात फेरों से ठीक पहले मंडप में ही दुल्हन की तबीयत अचानक बिगड़ी और वह बेहोश हो गई. उसकी बिगड़ी हालत देख उसे तुरंत गांव के ही एक चिकित्सक को दिखलाया गया. जहां चिकित्सक ने सुरभि को मृत घोषित कर दिया. चिकित्सक के मुताबिक, सुरभि की मौत हार्ट अटैक से हुई थी.
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छोटी बहन निशा के साथ कराई गई शादी
दुल्हन की मौत के बाद वर-वधू पक्ष के बीच मातम पसर गया. इस मौके पर मौजूद हर शख्स दुख में डूबा था. जहां थोड़ी देर पहले खुशी के ठहाके गूंज रहे थे, वहां अचानक माहौल गमगीन हो गया. सुरभि के भाई सौरभ जाटव ने बताया कि इस गम के माहौल में घरवालों और लड़केवालों के बीच बातचीत हुई. फिर तय हुआ कि छोटी बहन निशा से लड़के की शादी करा दी जाए. सबकी सहमति के बाद आनन-फानन में मृत दुल्हन की छोटी बहन निशा की शादी दूल्हे से करा दी गई. इस बीच मृत दुल्हन सुरभि का शव घर में ही रखा रहा. निशा की विदाई के बाद सुरभि का अंतिम संस्कार किया गया.
जहां एक ओर घर में अर्थी रखी हुई थी. वहीं दूसरी ओर निशा अपने दूल्हे के साथ सात फेरे लेकर अपने नए घर के लिये जा रही थी. वहीं दोनों पक्षों की सहमति से निशा की शादी हो सकी.