इटावा: लायन सफारी पार्क में एशियाई बब्बर शेर की नई पीढ़ी तैयार हो रही है. अभी तक यह गुजरात के जूनागढ़ में ही पाए जाते थे. यमुना के बीहड़ किनारे बसे सफारी पार्क में शेरों का कुनबा बढ़ रहा है. पिछले चार वर्षों में इनकी संख्या 11 से 18 हो गई है, जिनमें 9 मादा व 9 नर शेर हैं. लायन डे के अवसर पर लायन सफारी की ओर से बच्चों में शेरों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए ई-निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.
बता दें कि 350 हेक्टेयर में फैला इटावा लायन सफारी पार्क एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है. केंद्रीय चिड़ियाघर ने राज्य सरकार के सहयोग से इटावा लायन सफारी को ब्रीडिंग सेंटर के रूप में भी चुना है. जिसके परिणाम 2016 से मिलने लगे हैं. गुजरात से लाए गए शेर यहां के वातावरण में पूरी तरह से ढल गए हैं.
यही वजह है कि यहां के ब्रीडिंग सेंटर में 7 शावकों का जन्म हुआ है. इनमें 4 नर शेर सुल्तान, सिम्बा, बाहुबली और भारत हैं, जबकि 3 मादा शावक सोना, रूपा और केसरी है. अब लायन सफारी में शेरों की संख्या 18 हो चुकी है.
रेंजर विनीत सक्सेना ने बताया कि स्कूली बच्चों के द्वारा लायन डे के दिन सफारी प्रशासन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराना चाहता था, लेकिन कोरोना के कारण नहीं किया गया. इस मौके पर ई-निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और परिणाम आने के बाद विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को शेर के प्रति जागरूक किया गया.