इटावाः इटावा लायन सफारी में एक और बब्बर शेर केसरी ने दम तोड़ दिया है. पूछ में चोट लगने की वजह से वह काफी दिनों सें संक्रमित था. उसकी उम्र करीब तीन साल छह माह थी. 2014 से अब तक यह बब्बर शेर की 24वीं मौत है. अभी तक 13 शावकों समेत कुल 24 शेर और शेरनी यहां दम तोड़ चुके हैं.
सफारी प्रशासन के मुताबिक बब्बर शेर केसरी चोट के संक्रमण से जूझ रहा था. उसने एक सप्ताह पहले ही खाना छोड़ दिया था. अभी तक उसका इलाज चल रहा था, लेकिन शनिवार शाम उसने अंतिम सांस ली. इससे पहले उसकी मां शेरनी जेनिफर की भी बीमारी की चलते 10 नवंबर को मौत हो गई थी. इस साल सफारी में दो शेर-शेरनी और सात शावकों की मौत हो गई है. सफारी पार्क में अब 16 शेर ही बचे हैं.
अखिलेश यादव ने उठाया सवाल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सफारी की मौतों पर सवाल उठाया है. इटावा लॉयन सफ़ारी में 4 महीने में 14 वन्य जीवों की मौत की असली वजह प्रशासन की लापरवाही और प्रबंधन की संवेदनहीनता है. पर्यावरण-चक्र में हर जीव का अपना महत्व होता है. समाजवादी पार्टी भाजपा सरकार से मांग करती है कि इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाए.
सफारी पार्क के निदेशक अतुलकांत शुक्ला ने बताया कि शेर मनन और शेरनी जेनिफर की संतान केसरी का जन्म 15 अप्रैल 2020 को सफारी में हुआ था. तब से वह यहीं था. बीती 23 अप्रैल को पूछ में चोट लग जाने के कारण वह संक्रमित था. लगातार खून बहने के कारण उसकी पूछ की सर्जरी कराई गई थी. शनिवार शाम करीब 7:10 बजे उसकी मौत हो गई. सफारी पार्क के डॉक्टर उसका इलाज कर रहे थे, लेकिन उसको बचा नहीं पाए. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरई) बरेली समेत अन्य संस्थाओं के वन्य जीव चिकित्सा विशेषज्ञों का सहयोग लिया गया. उसका सब पोस्टमार्टम के लिए आईवीआरआई भेजा गया.
बाहुबली भी बीमार
बब्बर शेर बाहुबली भी बीमार है. उसको भूख कम लगने के साथ कब्ज की समस्या है. छह वर्ष के बब्बर शेर बाहुबली की खुराक भी आधी हो गई है. अब वह छह किलो के बजाए सिर्फ तीन किलों मीट ही खा रहा है.
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