इटावा: जिले की पुलिस ने गुरुवार को नकली नोटों का कारोबार करने वाले पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से दो लाख बत्तीस हजार के नकली नोट बरामद हुए हैं. आगरा, फिरोजाबाद और इटावा में सप्लाई करने के लिए जाली नोट दिल्ली से लाए जा रहे थे. गिरोह का सरगना पहले से ही जेल में बंद है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दिल्ली से नकली नोटों को लेकर इटावा, आगरा, फिरोजाबाद में व्यापार करने वाले 5 युवकों को गिरफ्तार किया है. जिसके पास से सौ, दो सौ, पांच सौ, दो हजार के कुल 1689 जाली नोट बरामद हुए हैं. जिनकी कीमत तकरीबन दो लाख 32 हजार सौ रुपये है. तस्करों के पास से एक कार भी बरामद हुई है, जिसके जरिए नकली नोटों की आपूर्ति विभिन्न जनपदों में की जाती रही थी. गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान माहिर आलम, जीशान, तलहा, रश्किन, जुबेर के तौर पर हुई है. इनमें तीन फिरोजाबाद, एक दिल्ली और एक बुलंदशहर का रहने वाला है. नकली नोटों की आपूर्ति करने वाले गैंग का ग्रुप लीडर राजा उर्फ असलम पहले से ही जेल में बंद है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया हमारी टीम को वाहन चेकिंग के दौरान सूचना मिली थी. जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए एक कार को रोका गया जिसमें यह पांच लोग सवार थे. जिनकी तलाशी लेने पर उनके पास से कुल 1689 नकली नोट की करेंसी बरामद हुई है. पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया यह लोग फिरोजाबाद जनपद से चूड़ी का व्यापार करते थे. अधिक पैसा कमाने के लालच में यह नकली नोट का व्यापार करने लगे. जीशान इन नोटों को पकड़े गए अन्य लोगों के साथ मिलकर विभिन्न जनपदों में पेट्रोल पम्प, चूड़ी व्यापारियों समेत बड़े लेनदेन में करते थे. इन सभी नोटों को फोरेंसिक के लिए भेजा जा रहा है. पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.