एटा: जिले में एक महिला से दो सब इंस्पेक्टर द्वारा 5 माह तक दुष्कर्म किये जाने के मामले में प्राथमिक जांच पूरी हो गई है, जिसके बाद दोनों सब इंस्पेक्टर पर दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. सीओ जलेसर की प्राथमिक जांच में दोनों आरोपी दारोगा योगेश तिवारी और प्रेम गौतम के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलने की जानकारी सामने आई है.
क्या है पूरा घटनाक्रम
- पूरा मामला आवागढ़ थाना क्षेत्र का है.
- पीड़ित महिला ने दो दिन पूर्व थाना अवागढ़ के सीनियर सब इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए थे.
- पीड़िता ने पुलिस के आला अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया था.
- महिला ने आरोप लगाया था कि दोनों दारोगा ने मिलकर उसके पति को झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही थी.
- उसका अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर 5 महीने तक लगातार यौन शोषण किया.
- बताया जा रहा है कि पीड़िता के पति पर किसी पुराने मामले में वारंट जारी हो गया था, जिसके कारण विवेचक दारोगा का पीड़िता से संपर्क हुआ था.
- पीड़ित महिला का पति दिल्ली में मजदूरी करता है.
- एक दिन आरोपी दारोगा ने महिला को अपने कमरे पर बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया.
- इसी बीच थाने में तैनात सीनियर सब इंस्पेक्टर प्रेम कुमार गौतम ने भी जबरन उसका यौन शोषण किया.
- उसकी वीडियो क्लिप बनाई, इस बीचे दोनों दारोगाओं का पीड़िता के साथ दुराचार जारी रहा.
- इसी बीच पीड़िता 3 महीने की गर्भवती हो गई.
- पीड़िता का पति जब घर वापस लौटा तो उसने अपने पति को आपबीती बताई.
- आरोपी दरोगा और उसके बीच हुई पूरी बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग अपने पति को सुनाई.
- गर्भवती होने के बाद से आरोपी पीड़िता और उसके पति को शिकायत करने पर एनकाउंटर में जान से मारने की धमकी दे रहे थे.
- घटना के बाद पीड़िता के पति ने पत्नी के साथ जिले के अधिकारियों के सामने न्याय की गुहार लगाई, आरोपी दोनों दरोगाओं के विरुद्ध तहरीर दी.
- पूरे मामले पर एएसपी संजय कुमार ने जलेसर सीओ को जांच सौंपी, दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे.
- जांच के बाद दोनों दरोगा के खिलाफ 376 व 120 बी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
एक महिला ने 2 दिन पहले प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें दो सब इंस्पेक्टर पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया गया था. इसमें तथ्यों के आधार पर प्रथम दृष्टया जो साक्ष्य मिले हैं, उनमें दोनों दरोगा दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद दोनों दारोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. जांच हो रही है, इसके बाद जो भी साक्ष्य मिलेंगे. उसके आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
संजय कुमार, एएसपी