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एटा: 12 दुधारू पशुओं की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश

उत्तर प्रदेश के एटा के में बीमारी के चलते लगातार हो रही पशुओं की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश है. अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ.

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Published : Sep 2, 2019, 4:19 AM IST

बीमारी के चलते लगातार हो रही पशुओं की मौत

एटा: जिले के अलीगंज क्षेत्र में बीमारी से पशुओं की मौत की खबर थम नहीं रही है. वहीं शनिवार को जिले में देर रात एक गाय की मौत हो गई और दो पशुओं की हालत गंभीर बताई जा रही है. हालांकि मथुरा से आई वेटेनरी टीम ने कई पशुओं को टीका लगाकर ब्लड के नमूने ले लिए हैं.

पशुओं की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश.

इसे भी पढ़ें-हरदोई: डीसीएम पलटने से पशु व्यापारी की मौत

बीमारी से मर रहे पशु

  • जिले में पशुओं के मरने का सिलसिला जारी है.
  • जिले में मरने वाले पशुओं की संख्या 12 हो गई है.
  • वहीं अभी भी दो पशुओं की हालत गंभीर है.
  • मथुरा के पशु चिकित्सा विज्ञान कॉलेज की टीम ने कई पशुओं के टीके लगाकर ब्लड के नमूने की लिए हैं.
  • घटना को लेकर ग्रामीणों ने चिकित्सकों की लापरवाही पर आक्रोश व्यक्त किया है.
  • अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ.

बीमारी गर्मी और बरसात के दिनों में हो जाती हैं. इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि उमस होना तथा साफ-सफाई न होने के कारण होता है. इसके अलावा अन्य पशुओं की जांच की गई है, ब्लड के नमूने ले लिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद भी स्थिति साफ स्पष्ट हो सकेगी.
-डॉ. मुकेश श्रीवास्तव, टीम प्रभारी, मथुरा

पशु पालक वीरेन्द्र सिंह फौजी को शासन द्वारा जो भी प्रावधान होगा ,उसके अनुसार मुआवजा दिया जा सकता है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मुआवजे की कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ.के पी सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एटा

एटा: जिले के अलीगंज क्षेत्र में बीमारी से पशुओं की मौत की खबर थम नहीं रही है. वहीं शनिवार को जिले में देर रात एक गाय की मौत हो गई और दो पशुओं की हालत गंभीर बताई जा रही है. हालांकि मथुरा से आई वेटेनरी टीम ने कई पशुओं को टीका लगाकर ब्लड के नमूने ले लिए हैं.

पशुओं की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश.

इसे भी पढ़ें-हरदोई: डीसीएम पलटने से पशु व्यापारी की मौत

बीमारी से मर रहे पशु

  • जिले में पशुओं के मरने का सिलसिला जारी है.
  • जिले में मरने वाले पशुओं की संख्या 12 हो गई है.
  • वहीं अभी भी दो पशुओं की हालत गंभीर है.
  • मथुरा के पशु चिकित्सा विज्ञान कॉलेज की टीम ने कई पशुओं के टीके लगाकर ब्लड के नमूने की लिए हैं.
  • घटना को लेकर ग्रामीणों ने चिकित्सकों की लापरवाही पर आक्रोश व्यक्त किया है.
  • अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ.

बीमारी गर्मी और बरसात के दिनों में हो जाती हैं. इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि उमस होना तथा साफ-सफाई न होने के कारण होता है. इसके अलावा अन्य पशुओं की जांच की गई है, ब्लड के नमूने ले लिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद भी स्थिति साफ स्पष्ट हो सकेगी.
-डॉ. मुकेश श्रीवास्तव, टीम प्रभारी, मथुरा

पशु पालक वीरेन्द्र सिंह फौजी को शासन द्वारा जो भी प्रावधान होगा ,उसके अनुसार मुआवजा दिया जा सकता है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मुआवजे की कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ.के पी सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एटा

Intro:एंकर-पशुओं के मरने का सिलसिला जारी, एक की और हुई मौत,मरने वाले पशुओं की संख्या हुई 12,अभी भी दो पशुओं की हालत गंभीर,बेटेनरी मथुरा से पहुंची टीम ने लिए सैम्पिल,किया उपचार।

Body:वीओ-जनपद एटा के अलीगंज क्षेत्र के ग्राम किनौडी खैराबाद में बीमारी से पशुओं के मरने का सिलसिला अभी थमा नही। शनिवार देर रात को एक गाय की मौत हो गई। अभी भी दो पशुओं की हालत गंभीर बताई गई है। मथुरा के पशु चिकित्सा विज्ञान कालेज कालेज की टीम ने कई पशुओं के टीके लगाकर ब्लड के नमूने की लिए है। घटना को लेकर ग्रामीणों मंे चिकित्सकों की लापरवाही पर आक्रोश व्यक्त किया है। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शान्त कराया गया। बीती 28 अगस्त से ग्राम किनौडी खैराबाद में अज्ञात बीमारी से एक ही पशु पालक के 11 दुधारू पशुओं की मौतें होना शुरू हो गई थी। धीरे-धीरे यह संख्या बढकर 12 हो चुकी है। चिकित्सकों के मुताबिक पशुओं में इन्फेसिस निमोनिया फैल गया था। उप मुख्य चिकित्साधिकारी आर0के0 शर्मा द्वारा पशुओं का पोस्टमार्टम भी कराया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के0पी0 सिंह ने जिलाधिकारी के माध्यम से मथुरा के पशु चिकित्सा विज्ञान कालेज कालेज की टीम से जांच करवाने का आग्रह किया था। जिलाधिकारी के आदेश पर मथुरा औषधि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डा0 मुकेश श्रीवास्तव, पैथोलोज प्रभारी डा0 नीरज गंगवार के अलावा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 के0पी0 सिंह, उपमुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0के0 शर्मा के अलावा अन्य चिकित्सकों ने पशुओं की जांच कर दवाएं दी। डा0 मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस प्रकार की बीमारी गर्मी और बरसात के दिनों में हो जाती हैं। इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि उमस होना तथा साफ-सफाई न होने के कारण होता है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य पशुओं की जांच की गई है, ब्लड के नमूने ले लिए हैं रिपोर्ट आने के बाद भी स्थिति साफ स्पष्ट हो सकेगी। लोगों के आक्रोश की सूचना पर एसडीएम पी0एल0 मौर्या एवं सीओ अजय भदौरिया, इंस्पेक्टर पंकज मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया-बुझाया। उपजिलाधिकारी पी0एल0 मौर्या ने बताया कि पशु पालक पशु पालक वीरेन्द्र सिंह फौजी को शासन द्वारा जो भी प्रावधान होगा उसके अनुसार मुआवजा दिया जा सकता है,मुआवजा के लिए जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मुआवजे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि आपदा के तहत मरने वाले पशुओं को अधिकतम 30 हजार रूपए प्रति पशु मुआवजा का प्रावधान है।

Conclusion:बाइट-डॉ. मुकेश श्रीवास्तव, टीम प्रभारी मथुरा

बाइट-डॉ.के पी सिंह,मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एटा

बाइट-वीरेंद्र सिंह, पशु पालक
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