एटा: गणतंत्र दिवस पर रविवार को जिले के पुलिस लाइन में परेड का आयोजन किया गया. इस दौरान 3 नॉट 3 राइफल को कंधे पर लिए हुए पुलिसकर्मियों ने परेड कर तिरंगे को सलामी दी. वहीं आज का दिन 3 नॉट 3 राइफल के लिए अंतिम दिन भी रहा. दरअसल 26 जनवरी के बाद 3 नॉट 3 राइफल का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश पुलिस नहीं करेगी.
थ्री नॉट थ्री राइफल के साथ पुलिस ने की परेड
71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिले की पुलिस लाइन में परेड के बाद जिले के एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि आज सभी जवानों ने थ्री नॉट थ्री राइफल के साथ भव्य परेड की है. आज से थ्री नॉट थ्री राइफल की जगह पर आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस राइफल का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 3 नॉट 3 राइफल वर्ष 1860 से लगातार चली आ रही है. उत्तर प्रदेश पुलिस में इस राइफल को 1945 में शामिल किया गया थी.
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उन्होंने इस राइफल की खासियत बताते हुए कहा कि यह राइफल 2 किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली थी, जिसका निशाना बहुत ही अचूक था. इसके अलावा इस राइफल की एक खास बात और थी कि गुत्थम-गुत्थी युद्ध में इस राइफल के ऊपर लगे चाकू का बहुत बढ़िया इस्तेमाल होता था.
नागरिकता संशोधन कानून से किसी को कोई खतरा नहीं
पुलिस लाइन में आयोजित परेड के बाद लोगों को संबोधित करते हुए जिले के डीएम सुखलाल भारती ने कहा कि देश के कुछ प्रदेशों में असंतुलन की स्थिति चल रही है. सीएए को लेकर लोग भ्रम में है, जो कि देश की एकता और अखंडता के लिए अच्छा नहीं है. उन्होंने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून से किसी की आजादी छिन नहीं रही है, बल्कि यह तो नागरिकता देने वाला कानून है.