एटा: जिला कारागार में बंद एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में शनिवार शाम मौत हो गई. बताया जा रहा है कि राधेश्याम नाम के कैदी ने बैंडेज से गले में फंदा डालकर आत्महत्या की है. घटना की सूचना पाकर मौके पर जेल प्रशासन के अलावा जिले के आला अधिकारी पहुंच गए. वहीं कैदी के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दरअसल करीब एक महीने पहले सकरौली थाना क्षेत्र के गांव धरमपुर निवासी राधेश्याम अपने दो मासूम भतीजों की हत्या करने के मामले में जेल भेजा गया था. पुलिस ने इस कैदी को साइको किलर बताया था. दो महीने के अंतराल में राधेश्याम के ऊपर अपने दो मासूम भतीजों की हत्या करने का आरोप लगा था.
जेल अधीक्षक पीपी सिंह ने बताया कि जेल में आने के बाद राधेश्याम बीमार पड़ गया. उसे दो बार इलाज के लिए सैफई मेडिकल कॉलेज भी भेजा गया था. बंदी राधेश्याम मानसिक रूप से बीमार था. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में बंदी जेल के अस्पताल में भर्ती था. बंदी के यूरिन सही से हो इसके लिए कैथेडर लगा हुआ था. शनिवार को जेल में कोरोना वायरस की टेस्टिंग हो रही थी. इसी दौरान मौका पाकर बंदी राधेश्याम आइसोलेशन वार्ड के शौचालय में घुस गया और कैथेडर में लगे बैंडेज से फंदा बनाकर खिड़की से लटक गया.
बताया जा रहा है कि लटकने के दौरान बैंडेज टूट भी गया था, जिससे बंदी राधेश्याम नीचे फर्श पर गिर पड़ा. इस दौरान उसकी मौत हो चुकी थी. घटना की जानकारी जैसे ही जेल प्रशासन को हुई तत्काल मौके पर आला अधिकारी पहुंच गए. एसडीएम सदर अबुल कलाम ने बताया कि फंदे से लटककर कैदी ने जान दी है. पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.