एटा: जिला अस्पताल में सामान्य ओपीडी छोड़कर बाकी सभी प्रकार की ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. मंगलवार को करीब 252 मरीज जिला अस्पताल की ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे थे. लॉकडाउन के बाद 25 मई से ओपीडी सेवाओं की फिर से शुरुआत कर दी गई है. इस दौरान मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए अस्पताल प्रशासन व्यवस्था करने में जुटा है.
स्वास्थ्यकर्मी भी कर रहे लापरवाही
जिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी मास्क तो लगा रहे हैं, लेकिन ग्लव्स का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. वहीं अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे मरीजों में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता का अभाव दिखाई दे रहा है. पर्चा बनवाने के काउंटर से लेकर डॉक्टर को दिखाने में सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. कुछ मरीज तो मास्क लगाना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं. अस्पताल प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जगह-जगह गोले बनाए हैं, लेकिन उसका पालन करता कोई दिखाई नहीं दे रहा.
शासन के आदेश पर 25 मई से जिला अस्पताल में सर्जिकल ओपीडी, फीवर डेस्क और एनसीडी सेवाओं की शुरुआत कर दी गई है. इसके अलावा एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और खून की जांच की सुविधा भी बहाल कर दी गई है. अस्पताल प्रशासन लगातार कोरोना से बचाव की व्यवस्था करने में जुटा है, इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को सैनिटाइजर, मास्क और ग्लव्स मुहैया करा रहा है.
ओपीडी शुरू होने से पहले अस्पताल को सैनिटाइज कराया गया है और ओपीडी बंद होने के बाद रोजाना पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया जा रहा है.
डॉ. राजेश अग्रवाल, सीएमएस, जिला अस्पताल