एटा: लॉकडाउन के दौरान दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और अन्य जगहों से लौटे श्रमिकों को जिले में ही रोजगार मिलने लगा है. बता दें कि श्रमिकों को मनरेगा के तहत तालाब खुदाई व अन्य कार्य जिला प्रशासन मुहैया करा रहा है. इतना ही नहीं प्रशासन कोशिश कर रहा है कि महिलाओं को भी मनरेगा से जोड़ा जाए.
प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के तहत मिला रोजगार
दरअसल श्रमिकों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की कोशिश लगातार जारी है. बता दें कि जिला प्रशासन बाहर से आए प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के तहत काम दिला रहा है. साथ ही जिले में कई जगह पर तालाब की खुदाई के काम शुरू हुए हैं. वहीं इस काम में करीब 161 श्रमिकों को लगाया गया है.
इससे इन श्रमिकों को रोजगार मिल सका है. साथ ही ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को गांव में ही रोजगार मुहैया कराने की कोशिश में प्रशासन जुटा हुआ है. वहीं प्रशासन की यह भी कोशिश है कि महिलाओं को भी ज्यादा से ज्यादा संख्या में रोजगार से जोड़ा जाए.
डीएम कर रहे स्थलीय निरीक्षण
डीएम सुखलाल भारती प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं. साथ ही मनरेगा के तहत शुरू हुए काम में कहां और कितने मजदूर लगाए गए हैं, इसकी निगरानी लगातार जारी है.
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