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एटाः शहीद सनोज को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

शहीद हुए एटा के लाल सनोज कुमार यादव को आज उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई. शहीद का पार्थिव शरीर एटा जनपद के उनके पैतृक गांव असद लाया गया था, जहां राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से उनको अंतिम विदाई दी गई.

shaheed sanoj yadav
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Published : Oct 26, 2019, 8:45 PM IST

एटाः शहीद सनोज कुमार यादव को आज उनके ही घर और समाज के लोगों ने नम आंखों से विदा कर दिया. शहीद सनोज यादव लेह में तैनात थे माइनस 16 डिग्री टेंपरेचर में जांबाज सनोज यादव अपने फर्ज को अदा कर रहे थे. तभी ट्रेनिंग के दौरान उन्हें अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया. चंडीगढ़ के एक अस्पताल में आपरेशन के बाद शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली थी.

शहीद सनोज को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई.
शहीद हुए एटा के लाल लद्दाख (लेह) में तैनात थे. सनोज यादव को ब्रेन हेमरेज हो गया था. उनका 10 दिनों से उपचार चल रहा था. पहले उनका उपचार आर्मी हॉस्पिटल लेह में चला और उसके बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ लाया गया, जहां उनका ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन होने के बाद शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली थी.

पढे़ंः-एटा: शहीद सनोज यादव का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव


शहीद सनोज कुमार यादव का एक छोटा भाई भी एयरफोर्स में तैनात है. पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और उनकी पत्नी सरकारी अध्यापिका हैं. शहीद के दो बेटे हैं, एक बेटे की उम्र 5 साल है. दूसरा बेटा लगभग 3 साल का है. शहीद की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं शहीद सनोज के बच्चों को तो यह भी नहीं पता है, कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं है. शहीद सनोज यादव अपने पीछे दो छोटे मासूम बच्चों को छोड़कर देश की रक्षा करते हुए इस दुनिया से चले गए.

एटाः शहीद सनोज कुमार यादव को आज उनके ही घर और समाज के लोगों ने नम आंखों से विदा कर दिया. शहीद सनोज यादव लेह में तैनात थे माइनस 16 डिग्री टेंपरेचर में जांबाज सनोज यादव अपने फर्ज को अदा कर रहे थे. तभी ट्रेनिंग के दौरान उन्हें अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया. चंडीगढ़ के एक अस्पताल में आपरेशन के बाद शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली थी.

शहीद सनोज को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई.
शहीद हुए एटा के लाल लद्दाख (लेह) में तैनात थे. सनोज यादव को ब्रेन हेमरेज हो गया था. उनका 10 दिनों से उपचार चल रहा था. पहले उनका उपचार आर्मी हॉस्पिटल लेह में चला और उसके बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ लाया गया, जहां उनका ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन होने के बाद शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली थी.

पढे़ंः-एटा: शहीद सनोज यादव का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव


शहीद सनोज कुमार यादव का एक छोटा भाई भी एयरफोर्स में तैनात है. पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और उनकी पत्नी सरकारी अध्यापिका हैं. शहीद के दो बेटे हैं, एक बेटे की उम्र 5 साल है. दूसरा बेटा लगभग 3 साल का है. शहीद की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं शहीद सनोज के बच्चों को तो यह भी नहीं पता है, कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं है. शहीद सनोज यादव अपने पीछे दो छोटे मासूम बच्चों को छोड़कर देश की रक्षा करते हुए इस दुनिया से चले गए.

Intro:एंकर - लेह में तैनात एटा के लाल सनोज यादव शहीद हो गए शहीद सनोज यादव का पार्थिव शरीर एटा जनपद के थाना का राजा का रामपुर के गांव असद पुर पहुंचा , शहीद सनोज यादव का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों की तादात में जनपद भर से पहुंचे लोगों का तांता लग गया, शहीद सनोज यादव का पार्थिव शरीर गाड़ी से उतारा जा रहा था शहीद को देख कर वहां पहुंचे हर व्यक्ति की आंख नम हो गयी ,परिवार के साथ साथ पूरा जनपद शोक की लहर में डूब गया, शहीद सनोज यादव का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया शहीद को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे के द्वारा दी गई शहीद के अंतिम संस्कार के लिए हजारों की तादात में जनपद भर से आये नेताओं और स्थानीय निवासियों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी ।Body:वीओ -शहीद हुए एटा के लाल लेह में तैनात सनोज यादव के ब्रेन हेमरेज की वजह से 10 दिन उपचार के बाद वह शहीद हो गए, जैसे ही उनके शहीद होने की सूचना परिवार वालों को लगी परिवार सहित पूरा जनपद अपने उस लाल के ऊपर एक तरफ तो गर्व का अनुभव कर रहा था वही उनके जाने के गम में परिवार सहित सभी जनपद के लोग गमजदा थे।आपको बता दें शहीद सनोज यादव लेह में तैनात थे माइनस 16 डिग्री टेंपरेचर में जांबाज सनोज यादव अपने फर्ज को अदा कर रहे थे तभी ट्रेनिंग के दौरान उन्हें अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया उनका उपचार आर्मी हॉस्पिटल लेह में चला बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ लाया गया जहां उनका ऑपरेशन किया गया ऑपरेशन होने के बाद शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। आज शहीद का पार्थिव शरीर एटा जनपद के गांव असद को लाया गया जहां राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से उनको विदाई दी गई। शहीद के पिता विश्वनाथ यादव आर्मी से रिटायर्ड हैं और शहीद का भाई एयर फोर्स में देश की सेवा कर रहा है वहीं सनदपुर गांव के 60 से 70 युवा आर्मी में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं।

वीओ शहीद सनोज यादव का एक छोटा भाई है जो एयरफोर्स में है, पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और उनकी पत्नी सरकारी अध्यापिका है शहीद के दो बेटे हैं एक बेटे की उम्र 5 साल है मैं दूसरा बेटा लगभग 3 साल का है शहीद की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है वहीं शहीद सनोज के बच्चों को तो यह भी नहीं पता है कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं है शहीद सनोज यादव अपने पीछे दो छोटे मासूम बच्चों को छोड़कर इस दुनिया देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए ।


शहीद सनोज यादव को लेकर जिला अधिकारी सुकलाल भारती ने बताया सनोज यादव 16 डिग्री टेंपरेचर में ट्रेनिंग के कर रहे थे तभी उन्हें ब्रेन हेमरेज होने से उपचार के दौरान मौत हो गए वहीं जिलाधिकारी ने यह भी बताया सनोज यादव को शहीद का दर्जा सेना हेड क्वार्टर से फाइनल होने के बाद स्पष्ट हो पाएगा

शहीद सनोज यादव के पिता विश्वनाथ यादव जो के आर्मी से रिटायर्ड हैं उन्होंने कहा है हमारा बेटा लेह लद्दाख में तैनात था वहां पर बर्फ ज्यादा पड़ती है ट्रेनिंग के दौरान उसको हेड इंजरी हो गई, उसका ले और चंडीगढ़ में उपचार चला और बाद में शहीद हो गया सरकार से कोई मांग नहीं है सरकार खुद अपनी तरफ से जो समझे वह आर्थिक मदद करें।
Conclusion:बाइट -सुखलाल भारती जिलाधिकारी एटा
बाइट -विश्वनाथ यादव शहीद के पिता
बाइट -ब्रजेश कुमार,जेसीओ आर्मी ऑफिसर

रिपोर्ट-गोविन्द गुप्ता,अलीगंज एटा

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