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एटा: न्याय के लिए धरने पर बैठे परिजन, पुलिस पर लगाया आरोपियों को बचाने का आरोप

एटा के बागवाला थाना क्षेत्र में एक युवक की पिटाई से मौत के बाद परिजन धरने पर बैठ गए हैं. परिजनों का आरोप है कि पुलिस हत्या के दो आरोपियों को बचाने के प्रयास में लगी हुई है.

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Published : May 16, 2019, 2:58 PM IST

न्याय की गुहार लिए धरने पर बैठे मृतक के परिजन.

एटा: बागवाला थाना क्षेत्र के करतला गांव में बीते मार्च में एक युवक की पिटाई होने के बाद उसकी मौत हो गई. इस मामले में परिजनों ने गांव के ही 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. इनमें से सात लोग जेल जा चुके हैं, जबकि दो के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस विवेचना में दो लोगों को बचाने में जुटी है, जबकि यही दोनों मुख्य आरोपी हैं.

न्याय की गुहार लिए धरने पर बैठे मृतक के परिजन.

क्या है पूरा मामला:

  • करतला गांव का रहने वाला बिल्लू 23 मार्च की शाम अंडे खरीदने गया था. वहीं पर गांव के ही अर्जुन और भूरे भी मौजूद थे.
  • किसी बात को लेकर बिल्लू और अर्जुन में विवाद हो गया, जिस पर अर्जुन ने अपने साथियों के साथ मिलकर बिल्लू की पिटाई कर दी.
  • आरोपियों ने बिल्लू को घर ले जाकर दोबारा से पीटा था.
  • आरोप है कि इस दौरान बदमाशों ने बिल्लू को जहर भी पिला दिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई.
  • परिजनों को इसकी जानकारी हुई, तो वह बिल्लू को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां से डॉक्टरों ने उसे आगरा रेफर कर दिया.
  • वहीं 24 मार्च को आगरा के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान बिल्लू की मौत हो गई.

क्या है परिजनों की मांग:

  • बिल्लू की मौत के बाद पीड़ित परिवार इंसाफ के लिए पुलिस प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन का चक्कर काट रहा है.
  • परिजनों का कहना है कि घटना में शामिल नौ में से सात लोग जेल जा चुके हैं, जबकि दो आरोपियों को पुलिस बचाने में लगी है.

इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विवेचना में इन दोनों आरोपियों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं पाया गया है. विवेचना की पुनः समीक्षा कराई जा रही है. यदि कोई साक्ष्य छूट गया होगा, तो उसको करेक्ट कर विवेचना सुनिश्चित कराई जाएगी.

एटा: बागवाला थाना क्षेत्र के करतला गांव में बीते मार्च में एक युवक की पिटाई होने के बाद उसकी मौत हो गई. इस मामले में परिजनों ने गांव के ही 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. इनमें से सात लोग जेल जा चुके हैं, जबकि दो के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस विवेचना में दो लोगों को बचाने में जुटी है, जबकि यही दोनों मुख्य आरोपी हैं.

न्याय की गुहार लिए धरने पर बैठे मृतक के परिजन.

क्या है पूरा मामला:

  • करतला गांव का रहने वाला बिल्लू 23 मार्च की शाम अंडे खरीदने गया था. वहीं पर गांव के ही अर्जुन और भूरे भी मौजूद थे.
  • किसी बात को लेकर बिल्लू और अर्जुन में विवाद हो गया, जिस पर अर्जुन ने अपने साथियों के साथ मिलकर बिल्लू की पिटाई कर दी.
  • आरोपियों ने बिल्लू को घर ले जाकर दोबारा से पीटा था.
  • आरोप है कि इस दौरान बदमाशों ने बिल्लू को जहर भी पिला दिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई.
  • परिजनों को इसकी जानकारी हुई, तो वह बिल्लू को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां से डॉक्टरों ने उसे आगरा रेफर कर दिया.
  • वहीं 24 मार्च को आगरा के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान बिल्लू की मौत हो गई.

क्या है परिजनों की मांग:

  • बिल्लू की मौत के बाद पीड़ित परिवार इंसाफ के लिए पुलिस प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन का चक्कर काट रहा है.
  • परिजनों का कहना है कि घटना में शामिल नौ में से सात लोग जेल जा चुके हैं, जबकि दो आरोपियों को पुलिस बचाने में लगी है.

इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विवेचना में इन दोनों आरोपियों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं पाया गया है. विवेचना की पुनः समीक्षा कराई जा रही है. यदि कोई साक्ष्य छूट गया होगा, तो उसको करेक्ट कर विवेचना सुनिश्चित कराई जाएगी.

Intro:एंकर

एटा जिले के बागवाला थाना क्षेत्र स्थित करतला गांव में बीते मार्च महीने में एक युवक की गांव के ही लोगों ने जमकर पिटाई कर दी थी। जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में परिजनों ने गांव के ही 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। जिसमें से 7 लोग जेल जा चुके हैं। जबकि दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। आरोप है कि पुलिस विवेचना में दो लोगों को बचाने में जुटी है। जबकि यही दोनों मुख्य आरोपी है । न्याय पाने के लिए पिछले 5 दिनों से पीड़ित परिवार धरने पर बैठा हुआ है। परिजनों का आरोप है कि मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती। तो लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री आवास पर धरना देंगे।


Body:वीओ- करतला गांव निवासी प्रथम सिंह उर्फ बिल्लू बीते 23 मार्च की शाम अंडे खरीदने गया हुआ था । जहां प्रथम सिंह और बिल्लू अण्डे खरीद रहा था। वहीं पर गांव के ही अर्जुन व भूरे भी अंडे खरीद रहे थे। किसी बात को लेकर प्रथम सिंह उर्फ बिल्लू तथा अर्जुन में कुछ विवाद हो गया । जिसके बाद अर्जुन ने अपने साथियों मुनीश, मनजीत, मनोज, सोनू ,मुकेश ,राकेश ,सतीश आदि के साथ मिलकर प्रथम सिंह और बिल्लू को जमकर पीटा। उसके बाद घर में ले जाकर एक बार फिर पिटाई की। आरोप है कि इस दौरान प्रथम सिंह उर्फ बिल्लू को इन लोगों ने जहर भी पिला दिया। जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई। जब इस बात की जानकारी परिजनों को हुई। तो वह प्रथम सिंह और बिल्लू को जख्मी हालत में लेकर जिला अस्पताल पहुंचे । जहां पर डॉक्टरों ने पीड़ित की हालत गंभीर देख आगरा रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि दूसरे दिन यानी 24 मार्च को आगरा के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान प्रथम सिंह उर्फ बिल्लू ने दम तोड़ दिया। उसके बाद पीड़ित परिवार इंसाफ पाने के लिए पुलिस प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन के चक्कर काट रहा है। बताया जा रहा है कि इस घटना में शामिल 9 लोगों में से 7 लोग जेल जा चुके हैं । जबकि दो आरोपियों मुकेश व सतीश को पुलिस बचाने में लगी हुई है। वही पुलिस विभाग के एडिशनल एसपी संजय कुमार के मुताबिक इस मामले में 9 लोगों को नामजद किया गया था । जिसमें 7 लोग जेल भेजे जा चुके हैं। जिसमें 2 लोगों के नामजदगी गलत की गई है। इसी को लेकर पीड़ित परिवार असंतुष्ट है। विवेचना में इन दोनों आरोपियों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं पाया गया है। विवेचना की पुनः समीक्षा कराई जा रही है। यदि कोई साक्ष्य छूट गया होगा। तो उसको कलेक्ट कर विवेचना सुनिश्चित कराई जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं आया है।
बाइट:संजीव कुमार ( मृतक का पिता)
बाइट: संजय कुमार (एडिशनल एसपी एटा)



Conclusion:
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